श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में श्रीनगर के चटबल में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ खत्म हो गई है। इस मुठभेड़ में भारतीय सेना ने तीनों आतंकवादियों को मार गिराया है और उनके पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए हैं। साथ ही तीन सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए हैं।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में श्रीनगर के चटबल में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ खत्म हो गई है। मुठभेड़ खत्म होने के बाद सीआरपीएफ आईजी रविदीप साही का बयान आया है।आईजी रविदीप साही ने कहा कि सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच हुए मुठभेड़ में तीन आतंकी मारे गए हैं, और तीन सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह एक क्लीन ऑपरेशन रहा है, जिसमें इमारत को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
साथ ही पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि सेना, जम्मू कश्मीर पुलिस की विशेष अभियान सूमह (एसओजी) और सीआरपीएफ ने आतंकवादियों की उपस्थिति की सूचना मिलने के बाद शहर के रामपुरा चट्टाबल इलाके में संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया। सुरक्षा बल जब इलाके को सील कर रहे थे वहां छिपे हुए आतंकवादियों ने स्वचालित हथियारों से उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड़ शुरू हो गई।
वहीं मुठभेड़ के दौरान सीआरपीएफ सहायक कमांडेंट लंबोचा सिह घायल हो गये हैं। इस बीच प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को पहले ही सील किये गये क्षेत्र में तैनात कर दिया गया है। सफा कदाल और शहर के आस-पास के क्षेत्रों से प्रदर्शन की सूचना मिली है। इस वर्ष श्रीनगर में इस तरह का पहला मुठभेड़ है।
ज्ञात हो कि जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में एहतियात के तौर पर आज भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) सहित सभी सेल्यूलर कंपनियों की इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। श्रीनगर के रामपुरा चट्टाबल इलाके में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड को ध्यान में रखते हुए एहतियात के तौर पर इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। हालांकि बीएसएनएल की ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा और अन्य प्रदाताओं की प्वाइंट टू प्वाइंट सेवा सामान्य रूप से काम कर रही है परंतु उनकी रफ्तार बहुत धीमी है।
इसके साथ ही अधिकारियों ने सभी सेल्यूलर कंपनियों को सोशल मीडिया पर किसी भी अफवाह फैलाने से रोकने के लिए श्रीनगर में अगले आदेश तक 3जी, 4जी और 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को बंद रखने का निर्देश दिया है। श्रीनगर में आंतकवादियों के खिलाफ शुरू किये गये घेराबंदी और तलाशी अभियान के दौरान छिपे हुए आतंकवादियों ने स्वचालित हथियारों से सीआरपीएफ के जवानों पर गोलियां चलाने के बाद मुठभेड़ शुरू हो गयी। सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की लेकिन सीआरएफ का एक सहायक कमांडेंट घायल हो गया।