लखनऊ। प्रदेश के वाराणसी जनपद में कल पुल गिरने से हुए दर्दनाक हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए बसपा मुखिया मायावती ने हादसे के लिए जिम्मेदार दोषियों को सख्त सजा की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे संगीन मामलों में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के शीर्ष नेताओं द्वारा सस्ती मानसिकता दिखाकर केवल‘‘मन पर बोझ‘’बता देने से जिम्मेदारी से मुक्ति पा लेने का प्रयास सही नहीं है बल्कि इसके लिये ठोस सुधारात्मक कार्रवाई व उपाय भी करने की सख्त जरूरत है।
साथ ही उन्होंने कहा कि मायावती ने कहा कि चलते ट्रैफिक के बीच निर्माणाधीन पुल का हिस्सा गिर जाने की घटना अत्यन्त गंभीर है। सरकार को आपराधिक लापरवाही के इस मामले को हल्केपन से नहीं लेना चाहिये। इस घटना की उच्च-स्तरीय जाँच कराकर दोषियों को कड़ी से कड़ी सकाा दिलाना भी सुनिश्चित करना चाहिये ताकि ऐसी दर्दनाक घटनाओं को दोबारा होने से रोका जा सके।
उन्होने कहा कि अक्सर देखा गया है कि सरकार पीड़ित परिवारों तथा घायलों आदि को अनुग्रह राशि देकर अपने आपको जिम्मेदारी से मुक्त समझ लेती है जबकि इसके साथ-साथ सरकार का असली कर्तव्य है कि वह दोषियों की पहचान करके सजा सुनिश्चित करे ताकि घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो।
मायावती ने कहा कि अपराध नियन्त्रण तथा कानून-व्यवस्था के साथ-साथ खासकर दलितों और पिछड़ों के विरुद्ध जातिगत द्वेष, हिंसा व अन्याय-अत्याचार के मामले भी उत्तर प्रदेश में रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। इतना ही नहीं ऐसे मामलो में अपराधियों को खुलेआम पुलिस व सरकारी संरक्षण मिलने के कारण स्थिति अत्यन्त ही गंभीर बनती जा रही है।
इतना ही नही कल गोरखपुर में घटी घटनाओं का संज्ञान लेते हुये उन्होंने कहा कि प्रदेश भाजपा सरकार अपनी निष्पक्षता को त्यागकर दलितों के खिलाफ इन्साफ का गला घोंट कर अपराधियों का साथ देने से मामला काफी तूल पकड़ गया। यह घटना न केवल अन्याय-अत्याचार बल्कि दलित हत्या के मामले में भी भाजपा सरकार का ऐसा जातिगत घिनौना रवैया इनकी दलित व पिछड़ा वर्ग-विरोधी चाल, चरित्र व चेहरे को पूरी तरह से बेनकाब करता है। बसपा प्रमुख ने गोरखपुर की घटना के संबन्ध में, दोषियों को कड़ी सजा देने की भी सरकार से मांग की है।