नई दिल्ली! अयोध्या-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट 5 जुलाई को सुनवाई करेगा . सुप्रीम कोर्ट इस मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट के 2010 के फैसले के खिलाफ दाखिल 13 याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी, फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल, अपर्णा सेन और पत्रकार तीस्ता सेतलवाद की याचिकाओं समेत सभी 32 याचिकाओं को खारिज कर दिया था.
चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस अब्दुल नजीर की बेंच इस बात पर विचार कर रही है कि क्या मामले से जुड़े एक अहम सवाल को संविधान पीठ में भेजा जाना चाहिए. ये मांग एक मुस्लिम पक्षकार की तरफ से की गई है. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 2 मई को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता सुब्रमण्यम स्वामी की अयोध्या में विवादास्पद राम जन्मभूमि पर बने अस्थायी मंदिर में पूजा करने के अधिकार संबंधी उनकी याचिका पर जल्दी सुनवाई करने से इंकार कर दिया. बता दे की 1528 में मुगल सम्राट बाबर की बनाई गई बाबरी मस्जिद को 6 दिसंबर 1992 में हिन्दू कारसेवक द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था. दावा किया जा रहा था की अयोध्या की इस जमीन पर पहले राम मंदिर था जिसे टॉड कर मस्जिद का निर्माण किया गया था.