नई दिल्ली! देश की तेजी से बढ़ती एफएमसीजी (फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स) कंपनियों में शुमार पतंजलि को भारी झटका लगा है. कंपनी का ग्रोथ रेट रुक गया है. इस बात के लिए कंपनी के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण ने जीएसटी और नेटबंदी को जिम्मेबार ठहराया है. कंपनी का कहना है कि पिछले वित्त वर्ष में कंपनी की बिक्री में कोई खास इजाफा नहीं हुआ है. इस बात का खुलासा एमडी आचार्य बालकृष्ण ने की है. बता दें कि 4 मई 2017 को पंतजलि समूह के संस्थापक बाबा रामदेव ने कहा था कि कंपनी का राजस्व हर साल दोगुना हो जाएगा और मार्च 2018 तक ये 20 हजार करोड़ तक पहुंच जाएगा, इसके साथ ही पंतजलि 31 मार्च 2019 तक भारत की सबसे बड़ी पैकेज गुड्स कंपनी हिन्दुस्तान यूनीलीवर को पीछे छोड़ देगी.
बाबा रामदेव का दावा अब खोखला साबित होता दिख रहा है. हकीकत में ऐसा नहीं हो रहा है. आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी को लागू करने के प्रभावों की वजह से कंपनी की ग्रोथ पर असर पड़ा है. हालांकि उन्होंने कहा कि पतंजलि अगले साल अच्छा बिजनेस करेगी. उन्होंने कहा, इसके अलावा साल भर हमने इंफ्रास्ट्रक्चर और सप्लाई चेन को विकसित करने में अपनी ऊर्जा लगाई है. इस साल सिर्फ हमने कमाई को बढ़ाने पर ही जोर नहीं दिया बल्कि सिस्टम विकसित करने पर भी हमारा ध्यान है. इस कारण भी हमारे ग्रोथ में कमी आयी है.