नई दिल्ली। दुनिया के सबसे धनी मंदिरों में से एक तिरूपति बालाजी मंदिर में हुए एक बड़े घोटाले के चलते अब आंध्र प्रदेश के CM नायडू बड़ी दिक्कतों में पड़ सकते हैं क्योंकि नायडू पर मंदिर की रकम का गलत इस्तेमाल करने का यह आरोप किसी और ने नही बल्कि खुद मंदिर के पुजारी द्वारा लगाया गया है। इसलिये मामला और भी संगीन हो जाता है।
गौरतलब है कि तिरुपति बालाजी मंदिर में 100 करोड़ रुपए का घोटाला करने का मामला सामने आया है। यह खुलासा खुद मंदिर के मुख्य पुजारी रमन्ना दीक्षितुलू ने किया है। पुजारी के अनुसार आन्ध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू मंदिर के पैसों का दुरूपयोग करते हैं। हालांकि इस खुलासे के बाद पुजारी को हटा दिया गया।
हालांकि रमन्ना दीक्षितुलु ने आरोप लगाया था कि तिरुपति मंदिर प्रशासन मंदिर में चढ़ावे का दुरुपयोग कर रहा है। उन्होंने कहा कि आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री ही मंदिर के प्रशासकों को नियुक्त करते हैं इसलिए यहां वे मनमानी करते हैं। पुजारी के अनुसार मन्दिर के रसोईघर जहां वर्षों से प्रसाद बन रहा था उसे तुड़वाकर करोड़ों के प्राचीन आभूषण और जेवर-जवाहरात गायब कर दिये गये। उन्होंने आरोप लगाया कि नायडू ने मन्दिर की सौ करोड़ की राशि अपने राजनीतिक खर्चों के लिए इस्तेमाल कर दी। रमन्ना ने बताया कि भक्तों द्वारा भगवान को चढ़ाए गए कई पुराने आभूषणों का भी कुछ अता-पता नहीं है।
वहीं पुजारी के इस खुलासे के बार राजनीति भी गरमा गई। आंध्र प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता जगमोहन रेड्डी ने कहा कि यह सब पैसे और ताकत के लिए सीएम की भूख को दर्शाता है। ज्ञात हो कि तिरुपति मंदिर दुनिया का दूसरा सबसे धनी मंदिर है। उसकी संपत्ति 50,000 करोड़ है और सालाना आय करीब 650 करोड़ रुपये है। तिरुपति बोर्ड नई दिल्ली, ऋषिकेश, गुवाहाटी, मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद और कन्याकुमारी समेत कई शहरों और कस्बों में मंदिरों का संचालन करता है।