बेंगलुरु। जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने तमाम कवायदों और दिक्कतों से दो-चार होने के बाद आज कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। यह दूसरी बार है जब वो राज्य के मुख्यमंत्री होंगे। उनके अलावा जी परमेश्वर ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल वजुभाई वाला ने दोनों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई।
गौरतलब है कि कुमारस्वामी पिछले एक हफ्ते में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले दूसरे व्यक्ति हैं। इससे पहले राज्यपाल ने भाजपा के बीएस येद्दयुरप्पा को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई थी, लेकिन विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव का सामना किए बगैर उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
बेहद अहम बात है कि कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण के इस समारोह में एक बार फिर विपक्षी एकता नजर आई है। जिसके तहत गैर-राजग दलों के कई नेता और मुख्यमंत्री शामिल रहे। कुमारस्वामी के शपथग्रहण समारोह से पहले बेंगलुरू के कुछ हिस्सों में जोरदार बारिश भी हुई।
मंच पर एचडी देवेगौड़ा, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, अखिलेश यादव, शरद पवार, ममता बनर्जी, मायावती, चंद्रबाबू नायडू, सीपीआई प्रमुख सीताराम येचुरी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और राजद नेता तेजस्वी यादव समेत सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी मौजूद रहे। इस दौरान जहां कांग्रेस नेता ममता से मिलते नजर आए वहीं सोनिया गांधी ने मायावती से मुलाकात कर काफी देर तक बात की।
जबकि वहीं उनके शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए पहुंचने के बाद ममता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम यहां कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण में शामिल होने आए हैं। भविष्य में हम देश हित और उसकी रक्षा के लिए साथ मिलकर काम करेंगे। हम यहां क्षेत्रीय दलों को मजबूत करने के लिए आए हैं।
हालांकि शपथ से पहले कुमारस्वामी ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि घोषणा पत्र में किए गए सारे वादे पूरे किए जाएंगे। किसानों का भला करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। शपथ ग्रहण को लेकर जेडीएस कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है और कुमारस्वामी के समर्थक सुबह से ही उनके आवास के बाहर जुट गए और नाच गाना कर रहे हैं।
जानकारों के अनुसार जैसा कि इस शपथ ग्रहण को थर्ड फ्रंट की कवायद में एक और कदम माना जा रहा था लेकिन तेलंगाना के मुख्मयंत्री के चंद्रशेखर राव इस शपथ ग्रहण में शामिल नहीं हो रहे हैं। इसे थर्ड फ्रंट की कवायद के लिए झटका माना जा रहा है। खबरों के अनुसार मुख्यमंत्री के दफ्तर द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि केसीआर किसी अहम काम में व्यस्त हैं और इस वजह से शपथ ग्रहण में शामिल नहीं हो पाएंगे।
वहीं नवगठित इस सरकार के बारे में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव और पार्टी के प्रदेश प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने बताया कि पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता रमेश कुमार विधानसभा के अध्यक्ष होंगे। विधानसभा उपाध्यक्ष जदएस से होंगे। गठबंधन सरकार में 22 मंत्री कांग्रेस के और 12 मंत्री जदएस के होंगे।
इसलिए उन्हें गुरुवार को होने वाले बहुमत परीक्षण के बाद शपथ दिलाई जाएगी। वहीं, कुमारस्वामी ने बताया कि मंत्रियों के विभाग बंटवारे पर गुरुवार को ही विचार-विमर्श किया जाएगा। इसके अलावा सरकार के सुचारू संचालन के लिए एक समन्वय समिति भी बनाई जाएगी।
उपमुख्यमंत्री पद की दौड़ में कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार का नाम भी आगे था, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस पद के लिए जी. परमेश्वर के नाम को मंजूरी दी। बताते हैं कि जदएस प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा को उनके नाम पर आपत्ति थी हालांकि, देवेगौड़ा ने इन खबरों को पूरी तरह गलत बताया है।