मुंबई। पद्मावती का नाम बदलने और तमाम काट छांट के साथ ही सेंसर की ओर से रिलीज की मंजूरी मिलने के बाद भी विरोध जोर शोर से जारी है। इस फिल्म पर रोक लगाने के लिए अब महिलाओं ने जौहर करने की चेतावनी दे डाली है। इन महिलाओं ने चित्तौड़गढ़ किले के उसी स्थान पर जौहर की धमकी दी है, जहां रानी पद्मिनी ने रानियों और दासियों के साथ जौहर किया था। शनिवार को चित्तौड़गढ़ में सर्व समाज की बैठक में क्षेत्रीय समाज की महिलाएं काफी संख्या में शामिल हुर्इं। सूत्रों के मुताबिक जौहर स्मृति संस्थान के जनरल सेक्रेटरी कण सिंह ने कहा कि मूवी की रिलीज पर रोक नहीं लगी तो इससे जुड़े सभी लोगों को फांसी पर चढ़ा देंगे।
बता दें कि करणी सेना के प्रवक्ता वीरेंद्र सिंह ने बताया कि बोर्ड का अध्यक्ष 16 जनवरी को पीएम मोदी से मिलेगा। हम उनसे भी फिल्म पर रोक लगाने की मांग करेंगे। इन सभी विरोधों के बावजूद फिल्म की रिलीज पर रोक नहीं लगेगी तो महिलाएं उसी जगह जौहर करेंगी, जहां रानी पद्मिनी ने किया था। श्री राजपूत करणी सेना के संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने बताया कि करणी सेना ने पहले 25 और 26 जनवरी को भारत बंद की योजना बनाई थी, लेकिन इस दिन गणतंत्र दिवस होने के कारण अब स्थगित कर दी गई है। अब आंदोलन 17 जनवरी से ही शुरू होगा।
राजस्थान में संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत की रिलीज पर वसुंधरा राजे सरकार ने बैन लगा दिया है। हिमाचल सरकार ने भी फिल्म के प्रदर्शन से हाथ खींच लिए हैं। सूत्रों की मानें तो सरकार नहीं चाहती कि राज्य में इस फिल्म का प्रदर्शन हो। गोवा में पुलिस ने राज्य सरकार से सिफारिश की है कि पद्मावत रिलीज नहीं की जाए। इसके पीछे गोवा पुलिस का तर्क है, यह सीजन पर्यटकों का है। ऐसे में फिल्म रिलीज होने पर हिंसा या विवाद भड़क सकते हैं। ये राज्य के पर्यटन उद्योग और कानून व्यवस्था के लिए अच्छा नहीं होगा। वहीं मुंबई पुलिस ने 26 जनवरी के मौके पर सिक्योरिटी कारणों के चलते फिल्म की रिलीज को टालने की बात की है।