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भाजपा में बगावत की सुगबुगाहट यानि किसी बड़ी मुसीबत की आहट

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लखनऊ। देश के सबसे बड़े और अहम सूबे उत्तर प्रदेश में भाजपा की लगातार होती हार पर अब पार्टी के भीतर से ही बगावती सुर उभरने लगे हैं जो भविष्य की किसी बड़ी मुसीबत की आहट साबित हो सकती है। दरअसल गोरखपुर और फूलपुर की हार के बाद पार्टी में जो असंतोष दबा हुआ था वो अब कैराना की हार के बाद सामने आने लगा है और अब धीरे धीरे एक के बाद एक पार्टी नेता और विधायक सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने लगे हें। इसी क्रम में अब भाजपा सांसद रवीन्द्र कुशवाहा और विधायक सुरेन्द्र सिंह ने अलग-अलग कारणों से अपनी ही सरकार के खिलाफ धरना देने का एलान किया है।

गौरतलब है कि सलेमपुर से सांसद कुशवाहा ने अपने संसदीय क्षेत्र के बिल्थरा रोड तथा सलेमपुर में कुछ ट्रेनों के ठहराव की मांग को लेकर अगले माह सम्भावित संसद के मानसून सत्र के दौरान संसद परिसर में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना देने की घोषणा की है। कुशवाहा ने बीती  रात यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि जनता का दबाव है कि उनके संसदीय क्षेत्र के बिल्थरा रोड तथा सलेमपुर रेलवे स्टेशन पर अनेक ट्रेनों का ठहराव हो। उन्होंने बताया कि वह इस सिलसिले में रेल मंत्री पीयूष गोयल को आठ बार पत्र लिख चुके हैं।

उन्होंने कहा कि संसद के पिछले सत्र की समाप्ति पर गोयल द्वारा बुलाई गई बैठक में भी उन्होंने इस मसले को उठाया था, फिर भी कोई नतीजा नहीं निकला। उन्होंने कहा कि ठहराव घोषित ना होने से आम जनता में सरकार की तो किरकिरी हो ही रही है, खुद उनके प्रति भी नाराजगी बढ़ रही है। इसी को देखते हुए उन्होंने संसद के आगामी मानसून सत्र में गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना देने का फैसला किया है।

वहीं बैरिया से चर्चित भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने भी राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ तल्ख तेवर अख्तियार किया है। विधायक ने बैरिया तहसील भ्रष्टाचार व्याप्त होने का आरोप लगाते हुए इसके विरोध में आगामी पांच जून को तहसील परिसर में धरना-प्रदर्शन करने की घोषणा की है

जबकि हरदोई में गोपामऊ विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्याम प्रकाश ने आरोप लगाया कि प्रदेश में अधिकारी भ्रष्ट हैं। किसान सरकार के रवैये से नाखुश हैं। उन्होंने कहा कि वह सरकार के खिलाफ नही है मगर अधिकारी निरंकुश हो गये है और भ्रष्टाचार के दलदल से बाहर नहीं निकल पा रहे है। पिछला चुनाव भाजपा ने भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक लडाई लडऩे के वादे के साथ जीता था जिसमें सरकार कहीं न कहीं अंकुश लगाती नजर नहीं आ रही है।

इसके साथ ही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष और कबीना मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने भ्रष्टाचार को लेकर योगी सरकार पर हमला जारी रखा है। उन्होंने आरोप लगाया कि नौकरशाही में व्याप्त भ्रष्टाचार पर सरकार नकेल कसने में विफल रही है और यही उपचुनावों में मिली हार का कारण है। पत्रकारों से बातचीत में उत्तर प्रदेश के मंत्री ने कहा कि योगी को अधिकारियों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाना चाहिये नहीं तो अगले साल होने वाले आमचुनाव में जनता भाजपा को नकार देगी और मोदी के अच्छे कामकाज के किये कराये पर पानी फिर जायेगा।

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