लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज योगी सरकार पर जबर्दस्त् हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में स्वास्थ से लेकर तमाम जनसेवायें पूरी तरह से ध्वस्त हैं और अधिकारी काफी हद तक भ्रष्टाचार में मस्त हैं। जिसकी बानगी है कि आज शासन के इतने बड़े अफसर पर ऐसा आरोप लगा है लेकिन मामले की पूरी तरह से जांच से पहले ही एक तरफा कारवाई किये जाने से बेहतर था कि सरकार इसकी सीबीआई जांच कराती।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ के प्रमुख सचिव पर लगे रिश्वत मांगने के आरोपों पर अखिलेश ने कहा कि बीजेपी की सरकार के सबसे बड़े अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगना बड़ी बात है। पूरी जांच के बाद दोनों पर कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन जिसने शिकायत की, उसी को सरकार जेल भेज रही है। रिश्वत लेना और देना दोनों ही जुर्म है। इस मामले की सीधे सीबीआई से जांच करानी चाहिए। कम से कम पूरी जांच के बाद जेल भेजते। जबकि देख जाये तो टॉयलेट योजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है। इसकी भी जांच होनी चाहिए।
साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में जन सेवायें जैसे कि स्वास्थ सेवा पूरी तरह से ध्वस्त है हालत ये है कि लोगों को ऐंबुलेंस तक मुहैया नही हो पा रही हैं जिसके चलते लोग मजबूरी में तांगा बैलगाड़ी ठेलिया आदि जो भी मिल रहा है उससे अपने मरीज का लेकर अस्पताल पहुंचने को मजबूर हैं वहीं अस्पतालों की दशा भी किसी से छिपी नही है। एक तरह से सरकार तकरीबन हर मोर्चे पर विफल ही साबित हो रही है।
इसके अलावा अखिलेश यादव ने बोर्ड परीक्षा में टॉप करने वाले सभी बच्चों को बधाई दी है। अखिलेश यादव ने कहा कि जिन्होंने प्रदेश में सबसे ज्यादा नंबर प्राप्त किए हैं, देश का नाम प्रदेश का नाम उन्होंने रोशन किया है। उन्होंने कहा कि मेधावी छात्रों को सम्मान मिलना चाहिए। सम्मान दिए जाने से मेधावी छात्रों के साथ और बच्चों को भी प्रेरणा मिलती है। सपा ने लैपटॉप की योजना चलाई थी, लेकिन बीजेपी ने इस योजना का विरोध किया। बीजेपी ने भी लैपटॉप देने का वादा किया, लेकिन आज तक नहीं दिया। इसीलिए हम बांट कर उन्हें याद दिला रहे है।
ज्ञात हो कि सीएम योगी के कार्यालय सचिवालय में तैनात वरिष्ठ आईएएस अफसर पर गंभीर आरोप लगे हैं। अभिषेक गुप्ता नाम के शख्स ने सीएम और राज्यपाल को शिकायती ई-मेल भेजकर प्रमुख सचिव एसपी गोयल पर पेट्रोल पंप की जमीन देने के बदले रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है।
हालांकि इस मामले में राज्यपाल ने सीएम योगी को 30 अप्रैल को पत्र भी लिखा और शिकायतकर्ता को परेशान करने और 25 लाख रुपए मांगने के मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए। इस मामले में प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी का कहना है कि प्रमुख सचिव गोयल पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। इस मामले पर अब विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला करना शुरू कर दिया है।