नई दिल्ली। मोदी सरकार अटल पेंशन बीमा योजना की मौजूदा राशि को जल्द ही दोगुना कर सकती है इसके लिए संबंधित विभागों द्वारा बखूबी विचार-विमर्श और कवायद जारी है।
गौरतलब है कि सरकार अटल पेंशन बीमा योजना (APY) की मौजूदा राशि 5000 रुपए से बढ़ाकर10000 रुपए कर सकती है। फिलहाल अभी पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) इस प्रस्ताव की जांच कर रही है कि कैसे इसे 10000 तक बढ़ाया जा सकता है।
इस बाबत जानकारी देते हुए वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के संयुक्त सचिव महेश कुमार मिश्रा ने कहा है कि हमने प्रस्ताव देखा है और यह हमारी सक्रिय जांच सूची में है। वहीं पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) के चेयरमैन हेमंत जी कॉन्ट्रैक्टर का कहना है की हमने प्रस्ताव वित्त मंत्रालय को भेज दिया है। फिलहाल इस योजना का लाभ लगभग एक करोड़ पेंशन धारक उठा रहे हैं।
इसके साथ ही उनका कहना है कि वर्तमान समय में इस योजना में 1000 से लेकर 5000 तक के पांच स्लैब बनाए गए थे। लेकिन हमें काफी संख्या में यह फीडबैक मिला की वर्तमान में जो रकम इस योजना के माध्यम से दी जा रही है वह मौजूदा मंहगाई को देखते हुए काफी कम है। इसलिए इस योजना की धनराशि को बढ़ाने का प्रस्ताव वित्त मंत्रालय को भेज दिया गया है।
इतना ही नही बताया जाता है कि PFRDA ने वित्त मंत्रालय को दो और सुझाव दिए है जिसमें कहा गया है की अटल पेंशन योजना में ऑटो इनरोलमेंट की सुविधा दी जाए और इस योजना की आयु अवधि 50 वर्ष तक बढ़ाए जाए। वैसे तो वर्तमान में इस योजना का लाभ लेने के लिए इनरोलमेंट आयु अवधि 18-40 तक है। जिसे बढ़ाकर 50 वर्ष तक किए जाने की सलाह दी गई है। इससे योजना का लाभ लेने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सके।
ज्ञात हो कि अटल पेंशन योजना के तहत जहां लाभार्थी को पेंशन 60 वर्ष की आयु से मृत्यु तक मिलती है तथा लाभार्थी के निधन के बाद, पति या पत्नी को पेंशन जारी रहती है। इतना ही नही पति या पत्नी (spouse) के निधन के बाद जमा राशि (जो भी 60 वर्ष की आयु तक जमा हो गई थी) आपके नामांकित व्यक्ति (नॉमिनी) को दे दी जाती है। वहीं अगर निवेशक के पति या पत्नी की मृत्यु निवेशक से पहले ही हो जाती है, तो जमा राशि (जो भी 60 वर्ष की आयु तक जमा हो गई थी), वह निवेशक की मृत्यु के बाद नॉमिनी को दे दी जायेगी।