नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में हाल ही में हुए पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा को लेकर पक्ष और विपक्ष के नेताओं के दिलों में आज भी कसक बाकी है जो जब-तब जुबानी जंग के रूप में बाहर आ रही है। फिर इसमें भला टीएमसी मुखिया और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भला कैसे पीछे रह जातीं लेकिन संभवतः आगे निकलने की चाह में वो पकड़ बैठीं राहुल गांधी वाली राह और कह बैठीं कुछ ऐसा कि उनको भी मुकदमा झेलना पड़ सकता है।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, “हम भाजपा की तरह आतंकी संगठन नहीं है। भाजपा के नेता न सिर्फ ईसाई, मुस्लिमों को लड़वा रहे हैं बल्कि हिंदुओं के बीच भी दरार डाल रहे हैं।” साथ ही उन्होंने आगे कहा कि भाजपा के नेता काफी घमंडी हो गये हैं। वह मुस्लिमों, ईसाइयों और सिखों को नापसंद करते हैं। इतना ही नहीं, वह हिंदुओं को बांट रहे हैं। वे लोगों को पीट-पीट कर मार रहे हैं। ममता ने कहा कि तीन महीने या छह महीने के अंदर लोकसभा चुनाव कराए जा सकते हैं।
ज्ञात हो कि पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं पर अत्याचारों के विरोध में बुधवार को पश्चिमी दिल्ली संसदीय क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं ने तृणमूल कांग्रेस के साउथ एवेन्यू स्थित कार्यालय पर प्रदर्शन किया था। इसमें केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, सांसद प्रवेश वर्मा, विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा, भाजपा पदाधिकारी तरुण चुघ, रविंद्र गुप्ता, जयप्रकाश, रमेश खन्ना, सुमन प्रकाश शर्मा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता सम्मिलित हुए। वहीं इस दौरान बाबुल सुप्रियो ने कहा था कि मई में पश्चिम बंगाल में लोकतांत्रिक आंदोलन में शहीद हुए दलित कार्यकर्ता त्रिलोचन मेहतो का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। भाजपा शीघ्र ही पश्चिम बंगाल को ममता बनर्जी के कुशासन से मुक्त कराएगी।
जबकि दूसरी ओर पश्चिम बंगाल पुलिस ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मामला दर्ज किया है। पुलिस ने घोष के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 143/186/188/506 के तहत केस दर्ज किया। बता दें कि घोष ने मंगलवार को जलपाईगुड़ी में कथित तौर पर ऐसा भाषण दिया। दरअसल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा था कि हमारे सब्र की भी कोई सीमा है। हमने कोई बॉन्ड लिखकर नहीं दिया है कि जो हम पर हमला करेगा हम उसे मुफ्त में रसगुल्ले खिलाएंगे। उन्हें बम के बदले बम, गोली के बदले गोली से जवाब दिया जाएगा।