लखनऊ। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र के अजगरा सीट से सुभासपा विधायक कैलाश नाथ सोनकर और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय के बीच जारी विवाद में उस वक्त एक बेहद अहम और दिलचस्प मोड़ आ गया जब उक्त विधायक की भांजी ने ही भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को क्लीन चिट दे दी।
गौरतलब है कि वाराणसी के अजगरा विधानसभा क्षेत्र के सुभासपा विधायक कैलाश सोनकर को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष द्वारा चोर कहे जाने का मामला थमता नजऱ नहीं आ रहा है। विगत दिनों बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा विधायक को चोर बताए जाने के बाद विधायक कैलाश सोनकर ने प्रदेश अध्यक्ष पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया था।
वहीं आज विधायक की भांजी व वाराणसी की बीजेपी से जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता सोनकर ने अपने मामा के खिलाफ़ माेर्चा खाेल दिया है। अपराजिता सोनकर ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर कैलाश सोनकर द्वारा प्रदेश अध्यक्ष को दलित विरोधी बताए जाने के बयान को निराधार बताया।
इसके साथ ही अपराजिता सोनकर ने कहा कि जो आरोप प्रदेश अध्यक्ष पर लगाए गए वह निराधार हैं। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय और बीजेपी कभी भी दलित विरोधी नहीं रही है। बीजेपी हमेशा दलिताें के हित में कार्य करती है।
उन्हाेंने कहा कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़कर इसलिए राजनीति में आई हूं कि जनता की सेवा कर सकूं, न की परिवार की सेवा। अपराजिता ने कहा कि पार्टी हित के लिए मुझे कुछ भी करना पड़ेगा ताे मैं तैयार हूँ।