लखनऊ। देश और प्रदेश में महिलाओं के साथ उनके ही सहकर्मियों के नजरिये से हम और आप तकरीबन सभी लोग ही बखूबी वाकिफ हैं इतना ही नही जब-तब कार्यालयों में सहकर्मियों की कितनी ही हरकतों और तंज को अक्सर उन्हें बर्दाश्त करना पड़ता है। ये उनका ही दिल जानता है। बावजूद इसके अक्सर ही मामला तब और भी गंभीर हो जाता है जब कोई सहकर्मी उनकी इस बर्दाश्त की इंतेहा को भी पार कर जाता है।
गौरतलब है कि ऐसा ही कुछ आज राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित पूर्वोत्तर रेलवे के डीआरएम ऑफिस में हुआ जिससे आक्रोशित होकर तमाम महिला कर्मियों ने जमकर हंगामा किया वहीं हद ये है कि बावजूद इसके तमाम अधिकारी मामले की लीपापोती कर आरोपी को बचाने में जुटे रहे।
बताया जाता है कि राजधानी में डीआरएम एनईआर कार्यालय में सोमवार को मंडल कार्मिक अधिकारी के कार्यालय में तैनात लिपिक ने अपनी महिला सहयोगी के साथ छेड़छाड़ की। किसी तरह महिला अपने को बचा कर बाहर आई और इसकी जानकारी सहकर्मियों को दी। जानकारी मिलने के बाद डीआरएम ऑफिस में तैनात महिलाएं आंदोलित हो गईं।
इतना ही नही उन्होंने काम बंद कर डीआरएम ऑफिस के बाहर हंगामा करना शुरू कर दिया। वहीं विभाग के अधिकारी लिपिक नरेंद्र मोहन पर कार्रवाई करने के बजाय उसको बचाने में जुट गए। हंगामा होने के बाद आरोपी कर्मचारी बीमारी का बहाना करके रेलवे अस्पताल में भर्ती हो गया। हालांकि डॉक्टर ने उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया। डीआरएम ने मामले की जांच के आदेश दिया है।