नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वास्थ्य सेवाओं को और भी बेहतर बनानें के लिए शुक्रवार को दिल्ली के एम्स तथा सफदरजंग अस्पताल में पांच सुविधाओं का शुभारंभ किया। जिनमें एम्स की तीन परियोजनाएं व सफदरजंग अस्पताल में नवनिर्मित सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक व इमरजेंसी ब्लॉक शामिल हैं।
गौरतलब है कि इस इमरजेंसी ब्लॉक में 500 बेड की सुविधा होगी। अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस यह देश का सबसे बड़ा इमरजेंसी सेंटर है। वैसे इमरजेंसी ब्लॉक में पहले से मरीजों का इलाज शुरू हो चुका है, लेकिन अभी तक 260 बेड का ही इस्तमाल हो रहा है।
हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि विधिवत उद्घाटन के बाद पूरी क्षमता के अनुसार इसमें मरीजों का इलाज हो सकेगा। इसके अलावा वह एम्स में देश के पहले नेशनल एजिंग सेंटर के निर्माण की आधारशिला भी रखी इसमें बुजुर्गों के इलाज के लिए 200 बेड व शोध की सुविधा होगी। इसके अलावा पीएम एम्स व ट्रॉमा सेंटर के बीच बने अंडरपास व धर्मशाला का उद्घाटन भी किया।
ज्ञात हो कि सफदरजंग अस्पताल के इमरजेंसी ब्लॉक में 500 बेड की सुविधा होगी। अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस यह देश का सबसे बड़ा इमरजेंसी सेंटर है। वैसे इमरजेंसी ब्लॉक में पहले से मरीजों का इलाज शुरू हो चुका है, लेकिन अभी तक कुल 260 बेड का ही इस्तमाल हो रहा है। शुक्रवार को हो रहे विधिवत उद्घाटन के बाद उम्मीद है कि पूरी क्षमता के अनुसार इसमें मरीजों का इलाज हो सकेगा।
इसके अलावा वह एम्स में देश के पहले नेशनल एजिंग सेंटर के निर्माण की आधारशिला भी रखेंगे। इसमें बुजुर्गों के इलाज के लिए 200 बेड व शोध की सुविधा होगी। इसके अलावा एम्स व ट्रॉमा सेंटर के बीच बने अंडरपास व धर्मशाला का उद्घाटन भी करेंगे।
बताया जाता है कि इस ब्लॉक के जनरल वार्ड में यूरोलॉजी विभाग के लिए 40 बेड तथा आईसीयू के 30 बेड आरक्षित रहेंगे। इनमें से 10 बेड व छह आइसीयू बेड किडनी प्रत्यारोपण के लिए आरक्षित रहेंगे। यूरोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ. अनुप कुमार ने कहा कि बेड बढ़ने से हर दिन एक मरीज का किडनी प्रत्यारोपण हो सकेगा। सप्ताह में पांच से छह मरीजों को इसका लाभ मिल सकेगा। अभी सप्ताह में एक मरीज का किडनी प्रत्यारोपण हो पाता है।
इसी प्रकार दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में नवनिर्मित सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक एम्स की तरह अत्याधुनिक चिकित्सा संसाधनों से सुसज्जित है। इस ब्लॉक में हृदय की बीमारियों से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए हाईब्रिड कैथ लैब का निर्माण किया गया है, जिसमें एंजियोप्लास्टी के अलावा जरूरत पड़ने पर मरीज की सर्जरी भी की जा सकेगी। इस तरह की सुविधा देश के चुनिंदा अस्पतालों में है।
इसके अलावा दिल्ली में एम्स के अलावा सरकारी क्षेत्र के अन्य किसी भी अस्पताल में यह सुविधा नहीं है। इसलिए उम्मीद की जा रही है कि इस ब्लॉक के शुरू होने से सफदरजंग में हृदय की बीमारियों के इलाज की बेहतर सुविधा मिल पाएगी। इसके अलावा किडनी प्रत्यारोपण सर्जरी भी अधिक हो सकेंगी, जिससे किडनी की बीमारी से पीड़ित मरीजों को प्रत्यारोपण के लिए भटकने व अधिक इंतजार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।