लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो जारी करने पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो जारी कर सरकार न सिर्फ अपनी विफलताओं को छिपा रही है बल्कि लोगों को गुमराह भी कर रही है।
मायावती ने तंज कसते हुए आगे कहा कि सरकार के पास लोगों को अपनी उपलब्धियां बताने के लिए कुछ भी नहीं है, इसीलिए जनता का ध्यान इस मुद्दे से हटाने के लिए 2019 चुनाव के पहले ये कदम उठाया है। अगर उन्हें ये सुबूत पेश ही करना था तो उस समय क्यों नहीं किया जब सर्जिकल स्ट्राइक हुआ था।
गौरतलब है कि इस बयान से एक दिन पहले पीएम मोदी के संत कबीरनगर के दौरे को भी बसपा सुप्रीमो ने चुनावी स्वार्थ बताया था। उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी ने चुनावी स्वार्थ में संत कबीर अकादमी का शिलान्यास कर पूर्वांचल की गरीब जनता की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल के समग्र विकास के लिए अलग पूर्वांचल राज्य बनाने के प्रस्ताव पर ठोस कार्यवाही की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि बसपा सरकार ने यह प्रस्ताव विधानसभा से पारित कर केंद्र सरकार को भेजा था, जो अब तक लंबित है। मायावती ने एक बयान में कहा कि मोदी ने पूर्वांचल के विकास के लिए बड़े-बड़े वादे व अच्छे दिन लाने के हसीन सपने दिखाए थे लेकिन उनका क्या हुआ?
उन्होंने कहा कि 24 करोड़ रुपये की संत कबीर अकादमी बननी है। लगभग उतनी रकम तो सरकार ने इसके प्रचार-प्रसार व इस कार्यक्रम के आयोजन में खर्च कर दी है जो एक जनविरोधी नमूना है। लोकसभा चुनाव के नजदीक मोदी सरकार को संत कबीर की याद आना वोट बैंक की स्वार्थी राजनीति नहीं तो और क्या है?