नई दिल्ली। हाल ही में PM मोदी की सुरक्षा पर जारी निर्देशों को लेकर विपक्षी नेताओं समेत तमाम अन्य लोगों की टीका-टिप्पणियों का बखूबी जवाब देते हुए खुद PM मोदी ने कहा कि वह कोई शहंशाह या दंभी शासक नहीं हैं जो लोगों की गर्मजोशी से अप्रभावित रहे और उन्हें लोगों के साथ संवाद करने से ताकत मिलती है। उन्होंने साफ कहा कि जब वह सड़कों पर काफी संख्या में लोगों को उनका अभिनंदन और स्वागत करने के लिए खड़े देखते हैं तब वह अपनी कार में बैठे नहीं रह सकते।
गौरतलब है कि PM मोदी ने ‘स्वराज्य’ पत्रिका को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैं कोई शहंशाह या दंभी शासक नहीं जो लोगों की गर्मजोशी से अप्रभावित रहे। लोगों के बीच रहने से मुझे ताकत मिलती है।’’ बताया जाता है कि इस दौरान दरअसल मोदी रोड शो के दौरान उनकी निजी सुरक्षा के बारे में उनके शुभचिंतकों के मन में उत्पन्न आशंकाओं से जुड़े एक प्रश्न का जवाब दे रहे थे।
इतना ही नही साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि, ‘‘जब भी मैं यात्रा कर रहा होता हूं, मैं समाज के सभी आयु वर्ग और क्षेत्र के लोगों को सड़कों पर मेरा अभिनंदन और स्वागत करते देखता हूं। तब मैं अपनी कार में बैठा नहीं रह सकता, उनके स्नेह को नजरंदाज नहीं कर सकता। और इसलिए मैं बाहर आ जाता हूं और लोगों से जितना बात कर सकता हूं, करता हूं।’’
ज्ञात हो कि हाल ही में गृह मंत्रालय ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा के संबंध में नए दिशानिर्देश जारी किये जाने पर काफी बखेड़ा खडत्रा हुआ था हालांकि गृह मंत्रालय द्वारा इस पर सफाई भी दी गई थी कि ऐसा कुछ भी नया निर्देश नही जारी हुआ है बस उनकी जान को खतरा होने के चलते थोड़ी चौकसी और सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।