लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा कानून-व्यवस्था में सुधार होने के दावे की आज उस वक्त धज्जियां उड़ गई जब कुख्यात माफिया मुन्ना बजरंगी की जनपद बागपत की जेल में बड़े ही दुस्साहसिक ढंग से हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज घटना पर हालांकि योगी ने सख्त कारवाई का अश्वासन देते हुए जहां चार कर्मियों को निलंबित कर न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। हालांकि इस हत्या के बाद प्रदेश में एक बार फिर से गैंगवार के समीकरण बनते नजर आ रहे हैं क्योंकि जैसा कि बताया जा रहा है कि सुनील राठी गैंग उत्तराखण्ड में अपना दबदबा बनाने के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी पैठ बनाने की फिराक में हैं अगर ऐसा है तो आगे और भी खूनखराबा होना तय माना जा रहा है।
गौरतलब है कि रंगदारी के मामले में झांसी जेल से बागपत जेल लाए गए माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की जेल में ही गोलियां मारकर हत्या कर दी गई। जेल में हुई इस हत्या से जेल के साथ पुलिस प्रसाशन में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के साथ-साथ वकीलों ने भी जेल पर डेरा डाल रखा है। इस बीच सरकार ने जेलर व डिप्टी जेलर समेत 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है औऱ न्यायिक जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
दो साल पूर्व बड़ौत के पूर्व विधायक लोकेश दीक्षित ने पूर्वांचल के कुख्यात मुन्ना बजरंगी पर रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज कराया था। मुन्ना बजरंगी को रविवार झांसी जेल से बागपत लाया गया था। आज बागपत कोर्ट में मुन्ना बजरंगी की पेशी होनी थी। उसे तन्हाई बैरक में कुख्यात सुनील राठी ओर विक्की सुंहेड़ा के साथ रखा गया था। सूत्रों के मुताबिक आज सुबह करीब छह बजे आधा दर्जन गोलियां चलने की आवाज आई। इसके कुछ देर बाद बजरंगी के हत्या का शोर जेल में गूंज उठा। हत्या से जेल प्रशासन में हड़कंप मचने के साथ लखनऊ तक का प्रशासन हिल गया।
इस सनसनीखेज वारदात की सूचना मिलते ही डीएम ऋषिरेंद्र, एसपी जयप्रकाश भारी पुलिस बल के साथ जेल पहुंचे। सुरक्षा को जेल के चप्पे चप्पे पर भारी पुलिस तैनात रहे। वही अधिवक्ताओं ने भी जेल को घेरे रखा। अधिवक्ता के मुताबिक मृतक को सिर में 10 गोलियां मारी गई है। शव को गटर में डाला गया था। हालांकि इस हत्याकांड के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जेलर को सस्पेंड करने के साथ ही न्यायिक जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जेल में इस तरह की घटना गंभीर मामला है। हम इसकी गहराई से जांच करेंगे और जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
इस बीच लखनऊ में राज्य के पुलिस उपमहानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) प्रवीन कुमार ने बताया कि शुरुआती जांच हत्या में कुख्यात अपराधी सुनील राठी का नाम सामने आ रहा है। सुनील राठी यूपी के साथ उत्तराखंड में सक्रिय है। सुनील की मां राजबाला छपरौली से बसपा से चुनाव लड़ चुकी है। ज्ञात हो कि पिछले दिनों मुन्ना बजंरगी की पत्नी ने अपने पति की हत्या कराने जांन की आशंका जताते हुए उनकी सुरक्षा बढ़ाने की मांग की थी। पिछले दिनों लखनऊ में हुए एक गैंगवार में माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी के साले पुष्पजीत सिंह की हत्या कर दी गई। ।
मुन्ना बजरंगी का असली नाम प्रेम प्रकाश सिंह है। उसका जन्म 1967 में उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के पूरेदयाल गांव में हुआ था। उसके पिता पारसनाथ सिंह उसे पढ़ा लिखाकर बड़ा आदमी बनाने का सपना संजोए थे. मगर प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी ने उनके अरमानों को कुचल दिया। उसने पांचवीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी। किशोर अवस्था तक आते आते उसे कई ऐसे शौक लग गए जो उसे जुर्म की दुनिया में ले जाने के लिए काफी थे।