वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे। इस दौरान जहां उन्होंने आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया। वहीं वाराणसी आकर पीएम अपने संसदीय क्षेत्र को करोड़ों की सौगात देंगे। रविवार को मिर्जापुर जाएंगे और बाणसागर परियोजना का लोकार्पण करने के साथ ही मेडिकल कालेज का शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी आजमगढ़ में पहली बार और मिर्जापुर में दूसरी बार आ रहे हैं। तीनों जिलों में पीएम मोदी एक-एक जनसभाओं को भी संबोधित करेंगे।
वहीं आज वाराणसी एयरपोर्ट पर राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। इसके बाद पीएम ने मंदुरी हवाई पट्टी पर आयोजित समारोह में 340 किमी लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शिलान्यास कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभा को भी संबोधित करते हुए कहा कि आज उत्तर प्रदेश के विकास में एक नया अध्याय जुडने की शुरूआत हुई है। पूर्वी भारत में, पूर्वी उत्तर प्रदेश के एक बडे क्षेत्र में विकास की एक नई गंगा बहेगी। ये गंगा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के तौर पर मिलने जा रही है। उत्तर प्रदेश का तेज गति से विकास हो, जो इलाके पिछड़े हैं उनको भी बराबर लाया जाए, यह उत्तर प्रदेश की जनता का फैसला है। हम तो सेवक हैं। चार पूर्व उत्तर प्रदेश की जनता भाजपा को जिम्मदारी दी। जिस तरह से योगी आदित्यनाथ जी के कमान जो कार्य किया गया है, वह सराहनीय है।
उन्होंने सीएम योगी की तारीफ करते हुए कहा कि अपराध पर नियंत्रण लगाकर भ्रषटाचार पर अंकुश लगाकर योगी ने बड़ा निवेश लाने के लिए बड़ा काम किया है। जाम, पेट्रोलियम का नुकसान एक्सप्रेसवे के बनने से बीते कल की बात हो जाएगी। आजादी के बाद जितना काम हुआ उतना सिर्फ चार साल में भाजपा ने करके दिखाया है। यहां योगी की सरकार बनने के बाद गति और बढ़ गई है। प्रदेश में हाईवे ही नहीं, मोटरवे और एयरवे पर भी काम तेजी से चल रहा है।
पीएम ने आगे कहा कि 21 वी सदी में विकास की बुनियादी कनेक्टिविटी होती है। गरीब, किसान के जीवन स्तर को ऊपर उठाने का प्रयास चल रहा है। हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज में उड सके, इसके लिए सरकार उड़ान योजना को तेजी से बढ़ा रही है। इसी योजना के तहत उत्तर प्रदेश में 12 एयर पोर्ट विकसित किया जा रहा है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे शिलान्यास कार्यक्रम में उपस्थित होकर पूर्वांचल के लोगों को उपकृत किया है। यही उत्तर प्रदेश है, जिसमें विकास पहले गुंडाराज, भ्रष्टाचार के चलते पीछे चला गया था। समाजवाद के नाम पर गुंडाराज ने विकास को पीछे धकेल दिया था। एक्सप्रेसवे के नाम पर कमीशनखोरी का प्रयास हुआ था। बिना एनओसी के एक्सप्रेस वे की बिड डाली गई। एक्सप्रेस वे के नाम पर कमीशनखोरी का प्रयास हुआ था। बिना एनओसी के एक्सप्रेस वे की बिड डाली गई।
योगी ने कहा कि पहली बार गांव, गरीब किसान और महिलाओं का विकास करने का ईमानदार प्रयास चार सालों में पहली बार हुआ है। पहली बार गांव, गरीब किसान और महिलाओं का विकास करने का ईमानदार प्रयास चार सालों में पहली बार हुआ है। चार साल के दौरान किसी मंत्री पर कोई दाग नहीं लगा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस को नेशनल हाईवे के जरिए बलिया होते हुए पटना तक जोड़ा जाएगा। इस एक्सप्रेस वे को गोरखपुर और अयोध्या से भी जोड़ा जाएगा।
गौरतलब है कि लखनऊ-सुल्तानपुर रोड पर एनएच 731 के चांदसराय से शुरू होकर बिहार बार्डर के 18 किमी पहले गाजीपुर के हैदरिया गांव से गुजर रही एनएच 31 से जुड़ने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 340 किमी है।
इस पर अनुमानित लागत 23349 करोड़ आएगी। इसके बाद पीएम मंदुरी में जनसभा को संबोधित करेंगे जिसके बाद वो शाम करीब 4.30 वाराणसी के राजातालाब स्थित कचनार पहुंचेंगे। यहां सिटी गैस सिस्टम, पेरीशेबल कार्गो सेंटर सहित 33 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे। इनमें से 22 परियोजनाओं का लोकार्पण होना है और 12 का शिलान्यास जिसकी कुल लागत 937 करोड़ रुपये हैं।
पीएम मोदी कचनार में जनसभा को संबोधित करने के बाद अपने पसंदीदा प्रवास परिसर डीजल रेल इंजन पहुंचेंगे। यहां सिनेमाहाल सभागार में प्रबुद्धजनों के बीच मेरी काशी नामक पुस्तिका का विमोचन करेंगे। इस पुस्तिका में चार वर्ष में बनारस के हुए विकास की तस्वीरें, आंकड़े और तथ्य सचित्र शामिल हैं। रात्रि प्रवास डीरेका गेस्ट हाऊस में करेंगे।
साथ ही अगले दिन रविवार की सुबह डीरेका सिनेमा हाल में ही मोदी भाजपा काशी क्षेत्र के पदाधिकारियों संग बैठक करेंगे। तत्पश्चात वे मीरजापुर के लिए रवाना होंगे जहां छह दशक से अधूरी पड़ी बाणसागर परियोजना के मूर्त रूप का लोकार्पण करेंगे। चंदईपुर में जनसभा को संबोधित करने के बाद पीएम मीरजापुर से रवाना हो जाएंगे।
- एक्सप्रेस-वे छह लेन चौड़ा (आठ लेन तक विस्तारीकरण का प्लान) बनेगा
- एक्सप्रेस-वे के राइट आफ वे (आरओ डब्लू) की चौड़ाई 120 मीटर
- एक्सप्रेस-वे के एक ओर75 मीटर चौड़ाई का सर्विस रोड स्टैगर्ड रूप में
- एक्सप्रेसवे को क्रास करने वाले मार्गों पर 10 किमी दूरी तक स्थित ग्रामों को एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी देने के लिए मुख्य मार्ग से जोड़ा जाएगा।
- यह परियोजना लखनऊ-सुल्तानपुर रोड (एनएच-731) पर स्थित ग्राम चांदसराय, जनपद लखनऊ से प्रारंभ होगी।
- यूपी-बिहार सीमा से 18 किमी दूरी पर स्थित ग्राम हैदरिया, जनपद गाजीपुर के पास एनएच 31 से जुड़ेगी। यह अंतिम स्थल होगा।
- एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई824 किमी, अनुमानित लागत 23349 करोड़ का आंकलन
- सिविल निर्माण कार्य की लागत 11836 करोड़ (जीएसटी रहित) रुपये अनुमानित
- एक्सप्रेस वे (मेन कैरिजवे) पर कुल सात रेलवे ओवर ब्रिज, सात दीर्घ सेतु, 112 लघु सेतु, 11 इंटरचेंज, सात टोल प्लाजा, चार रैंप प्लाजा, 220 अंडरपास व 496 पुलियों का निर्माण किया जाएगा।
- एक्सप्रेसवे पर आपातकालीन स्थिति में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों के लैङ्क्षडग व टेक आफ के लिए सुल्तानपुर जनपद में2 किमी लंबी हवाईपट्टी का निर्माण भी प्रस्तावित है।
- लखनऊ से प्रारंभ होने वाली824 किमी लंबी एक्सप्रेस-वे नौ जनपदों से गुजरेगी। लखनऊ से होते हुए बाराबंकी, अमेठी, फैजाबाद सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ होते हुए गाजीपुर तक जाएगी।