लखनऊ। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर सियासत अब और भी गरमा गई है जिसके तहत समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज भाजपा और योगी सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि हमारी सरकार के कामों को अपना बताना और जनता को यूं बरगलाना एक तरह से धोखेबाजी ही है।
अखिलेश यादव ने आज लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दावा किया कि लखनऊ से गाजीपुर के बीच बनने वाला एक्सप्रेस-वे उनकी सरकार की परियोजना है। महज राजनीतिक लाभ के लिए भारतीय जनता पार्टी इसका दोबारा शिलान्यास करा रही है।
यादव ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे हमारा प्रोजेक्ट था। हमने इस प्रोजेक्ट को समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का नाम दिया था, लेकिन सरकार ने समाजवादी शब्द हटा दिया और इसे पूर्वांचल कर दिया। हमने इस एक्सप्रेस-वे को वाराणसी से जोड़ने का काम किया था। समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास मैं पहले ही कर चुका हूं। प्रदेश में आज सपा की सरकार होती तो ये एक्सप्रेस-वे बनकर तैयार हो गया होता।
उन्होंने कहा कि सपा सरकार के कामों को योगी सरकार अपना बता बताकर एक तरह से जनता को धोखा दे रही है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का पूरा एलाइनमेंट हमने तय किया था, बुंदेलखंड को नेपाल से जोड़ने के लिए तैयारी की थी। इन्होंने पूर्वांचल एक्सप्रेस को महंगा कर दिया और सुविधाएं कम कर दी। 341 किलोमीटर में दो किलोमीटर की हेराफेरी कर ली।
उन्होंने कहा कि सरकार क्वालिटी कम करके अपने लोगों को खुश करने की कोशिश कर रही है। परियोजना की लागत घटाने के भाजपा के दावे को नकारते हुए अखिलेश ने कहा कि एक्सप्रेस-वे के साथ सर्विस लेन, विद्युतीकरण और जन शौचालयों जैसी बुनियादी सुविधाओं का निर्माण न करके पैसा बचाया जा रहा है, जिसे कतई तर्कसंगत नहीं कहा जा सकता।
उन्होंने कहा कि हम उत्तर प्रदेश को एक्सप्रेस-वे के जरिए एक कोने से दूसरे कोने तक पहुंचाना चाहते थे। सभी जिलों में लगभग 90 प्रतिशत जमीन समाजवादी सरकार में ले ली गई थी। अखिलेश ने कहा कि प्रधानमंत्री को पता ही नहीं मुख्यमंत्री ने वाराणसी को एक्सप्रेस वे से काट दिया है।
सपा मुखिया ने कहा कि जनता में इतना भय कभी नहीं पैदा हुआ जो इस सरकार में पैदा हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि सोशल मीडिया पर उन्हें अपशब्द कहे जा रहे हैं लेकिन शिकायत के बावजूद योगी सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।