नई दिल्ली । देश भर में विकास के नाम पर जारी अंधाधुंध कवायदें और इस सबके बीच पार करते हम नियम और सावधानियों की हदें कहीं न कहीं किसी रूप में भारी तो पड़ना ही हैं ऐसा नही इसके दुष्परिणाम हम जब तब देखते हैं लेकिन अपने स्वार्थ के चलते भूला देते हैं। ऐसा ही कुछ अब देश की राजधानी से सटे जनपद गाजियाबाद में सामने आया है जहां सड़क धंसने के चलते तकरीबन 80 फ्लैट खतरे में आ गए हैं। जिसके चलते वहां एनडीआरएफ की टीम को मोर्चा सम्हालना पड़ा है।
गौरतलब है कि दिल्ली–एनसीआर में हो रही बारिश का कहर विभिन्न इलाकों में देखने को मिल रहा है। ग्रेटर नोएडा में तीन मंजिला इमारत गिर गई, तो गाजियाबाद के अशोक वाटिका इलाके में मकान ढह गया। वहीं, दिल्ली से वसुंधरा इलाके से इससे भी बुरी खबर आ रही है। यहां पर सड़क धंस गई है, जिससे कई फ्लैटों पर खतरा मंडरा रहा है।
बताया जाता है कि वसुंधरा 4सी स्थित वार्ता लोक अपार्टमेंट के सामने गुरुवार सुबह बारिश से दो जगह रोड धंस गई। इसके बाद आननफानन में दो अपार्टमेंट के 80 फ्लैटों को खाली कराया गया है। एनडीआरएफ, सिविल डिफेंस, पुलिस फायर विभाग व प्रशासन की टीम मौके पर राहत कार्य में जुटीं हैं।
जबकि वहीं स्थानीय लोगों के मुताबिक, पांच वर्ष पूर्व एक बिल्डर ने वार्ता लोक अपार्टमेंट के सामने दूसरा अपार्टमेंट बनाने के लिए करीब 50 फीट गहरा गड्ढा खोदा था, जिसमें अपार्टमेंट के पार्किंग बनाई जानी थी। लेकिन विवाद के चलते प्रोजेक्ट रुक गया। गुरुवार सुबह बारिश के बाद सड़क के नीचे की मिट्टी खिसककर अपार्टमेंट के लिए खोदे गए गड्ढे में खिसक गई, जिसकी वजह से सड़क करीब 50 फीट नीचे धंस गई।
हालांकि सड़क धंसने के बाद हादसे को देखते हुए प्रशासन ने वार्ता लोक के चार बिल्डिंग से 64 फ्लैट और प्रज्ञा कुंज अपार्टमेंट से एक बिल्डिंग के 16 फ्लैट को खाली करवाया गया। अपार्टमेंट बनाने के लिए खोदे गए गड्ढे के चारों और अपार्टमेंट बने हुए हैं, जिनमें मेवाड बिल्डिंग बार शिव गंगा अपार्टमेंट भी शामिल है। हादसे के बाद अन्य अपार्टमेंट के लोग भी दहशत में है।