लखनऊ। देश और प्रदेश में हिन्दुओं के लिए मान्य माह श्रावण मास में विभिन्न शिव मंदिरों में उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते प्रशासन को बेहद सतर्क रहना होगा क्योंकि ऐसे में भगदड़ और अन्य दुर्धटनाओं की संभावना प्रबल रहती है। दरअसल ऐसा ही कुछ आज प्रदेश के बाराबंकी जनपद में हुआ जब आज मजीठा के प्रसिद्ध व ऐतिहासिक नाग देवता मंदिर पर लगने वाला मेला शुक्रवार को शुरू हो गया। गुरुवार की रात से ही श्रद्धालुओं के आने का क्रम जो शुरू हुआ वह शुक्रवार देर शाम तक जारी रहा। भोर से ही मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए हजारों श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गई।
बताया जाता है कि पुलिस व प्रशासनिक अव्यवस्थाओं का आलम यह था कि अनियंत्रित भीड़ के कारण बैरिकेडिंग टूटी और फिर भगदड़ मच गई। इस घटना में आधा दर्जन से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए। मौके पर पुलिस बल न होने के कारण काफी देर तक अव्यवस्था का माहौल बना रहा।
ज्ञात हो कि उल्लेखनीय है कि मजीठा के नाग देवता मंदिर पर गुरु पूर्णिमा से मेले का शुभारंभ होता है और एक माह तक मेला चलता है। इस ऐतिहासिक मंदिर पर आने वाले श्रद्धालु मिट्टी की मलिया में दूध भरकर नाग देवता पर चढ़ाते हैं। यही नहीं यहां से मिट्टी की खाली मलिया लोग प्रसाद के रूप में घर पर लेकर जाते हैं। किंवदंतियों के अनुसार घर के अंदर अगर नाग देवता मंदिर की मलिया होती है तो उस घर में सांप कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता है।