नई दिल्ली। नेशनल रजिस्ट्रार ऑफ सिटीजन के ड्राफ्ट पर पर मचे जोरदार बवाल के बीच अचानक पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा इसको लेकर देश में गृहयुद्ध के हालात पैदा होने की बात कहे जाने से वह तमाम देशवासियों समेत भाजपा और विपक्षी नेताओं के भी निशाने पर आ गई हैं क्योंकि उनकी इस बात को लेकर तकरीबन सभी ने न सिर्फ असहमति जताई है साथ ही इसे पूरी तरह से गलत भी ठहराया है।
गौरतलब है कि नेशनल रजिस्ट्रार ऑफ सिटीजन के ड्राफ्ट पर जमकर बवाल मचा हुआ है। और इसके चलते तकरीबन 40 लाख लोगों के नाम हटने पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाए और आवेश में आकर गृहयुद्ध छिड़ने की बात कह डाली। इसके बाद ममता बनर्जी पूरी तरह घिर गई हैं।
ममता बनर्जी के गृहयुद्ध वाले विवादित बयान पर आज जहां असम के कांग्रेस चीफ रिपुन बोरा ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस तरह की हिंसा फैलाने वाली बात नहीं करनी चाहिए। हम ऐसे आपत्तिजनक बयान का समर्थन नहीं करते हैं।
वहीं उनके गृहयुद्ध वाले बयान पर केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि मुख्मंत्री का काम हिंसा भड़काना नहीं होता है। राज्य में कानून और शांति व्यवस्था बनाकर रखना चाहिए। ममता बनर्जी के आपत्तिजनक बयान का हम विरोध करते हैं।
ज्ञात हो कि सोमवार को एनआरसी का ड्राफ्ट सामने आने के बाद ममता बनर्जी ने कहा था कि सरनेम के आधार पर नाम काटे गए हैं। साथ ही विपक्ष का कहना है कि बीजेपी अपने ही नागरिकों को घुसपैठी बता रही है। जबकि इन आरोपों को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने खारिज कर दिया है।