लखनऊ। उत्तर प्रदेशवासी जल्द ही एक अनूठे और बेहद ही रोमांचक अनुभव से दो चार होंगे। दरअसल प्रदेश में सी प्लेन चलाये जाने वाले हैं यानि अब हम पानी से सैर करेंगे आसमानी। जिनके लिए फिलहाल इलाहाबाद से वाराणसी के बीच चार रिवर पोर्ट बनाये जाना भी तय हो चुका है।
गौरतलब है कि केंद्रीय नितिन गडकरी ने कहा कि यूपी में गंगा पर सी प्लेन उड़ाए जाएंगे। इसकी तैयारी हो चुकी है। यह प्लेन फिलहाल 12 सीटों का होगा। बाद में 40 से 50 सीटों की क्षमता के सी प्लेन रूस से मंगाए जाएंगे। वहीं इलाहाबाद से वाराणसी के बीच चार रिवर पोर्ट बनाए जाएंगे। नवंबर तक हर हाल में इसकी शुरुआत हो जाएगी।
दरअसल केडीए में समीक्षा के बाद बातचीत में उन्होंने कहा कि सी-प्लेन इलाहाबाद से वाराणसी के बीच चलेंगे। जहां जरूरत होगी वहां पानी में रफ्तार पकड़ेंगे और जरूरत के हिसाब से उड़ भी सकेंगे। फिलहाल 35 एयर बोट (सी-प्लेन) मंगाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि रिवर पोर्ट के जरिए नदी के पास वाले शहरों और कस्बों की कनेक्टिविटी और बढ़ जाएगी। इलाहाबाद से वाराणसी पहला फेज होगा। यहां हर पोर्ट के लिए पांच-पांच एकड़ जमीन चाहिए।
हालांकि जिसके लिए मुख्यमंत्री से आग्रह किया गया है कि जल्द से जल्द जमीन मुहैया करा दें। गंगा पर कई स्थानों पर वाटर स्पोर्ट्स बनाने की तैयारी की गई है। इसकी भी यूपी में शुरुआत इलाहाबाद से वाराणसी के बीच होगी। वाराणसी में वाटर टैंपल बनाने की भी कल्पना की गई है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पटना से हल्दिया (पश्चिम बंगाल) के बीच रिवर पोर्ट बनाने की योजना पर काम शुरू हो चुका है। अब वाराणसी से हल्दिया के बीच 1680 किलोमीटर के दायरे में 60 रिवर पोर्ट बनाए जाएंगे। इस रूट पर साहबगंज में मॉडल पोर्ट हब बनाया जाएगा। यहां रोड, जल और रेल तीनों संसाधनों से ट्रैफिक चलता रहेगा।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि जिस तरह हवाई यात्रा के लिए एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम काम करता है उसी तरह गंगा समेत अन्य नदियों के लिए रिवर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम तैयार किया जाएगा। इससे पता चल सकेगा कि दो रिवर पोर्ट के बीच नदी में कितना ट्रैफिक है। इस पर नियंत्रण के लिए इंतजाम किए जाएंगे। नियंत्रण कक्ष से नदी के बहाव और जलस्तर का भी पता चलता रहेगा।