- पुलिसकर्मियों के परिजनों के अगवा किये जाने पर सियासत गरमाई
- विपक्षी नेताओं ने निन्दा के साथ घाटी की हालत पर चिंता जताई
श्रीनगर। कश्मीर में सुरक्षाबलों की सख्ती के चलते आतंकवादी इस बदर बौखला गये हैं कि अब घिनौनी हरकतो पर आ गये हैं। आतंकियों ने यहां अलग अलग जगहों से तकरीबन सात पुलिसकर्मियों के परिजनों को अगवा कर लिया है। आज इस बाबत उधिकारियों ने जानकारी दी। वहीं इस घटना को लेकर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती तथा नेकां नेता उमर अब्दुल्ला ने आंकियों की इस हरकत की कड़े शब्दों में निन्दा की है।
गौरतलब है कि दक्षिण कश्मीर की अलग-अलग जगहों से आतंकवादियों ने सात पुलिसकर्मियों के रिश्तेदारों का अपहरण कर लिया। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। वहीं फिलहाल अपुष्ट सूचनाओं के मुताबिक अपह्रत रिश्तेदारों की संख्या 11 हो गयी है।
हालांकि वहीं इस बाबत पुलिस का कहना है कि वह इन मामलों की पुष्टि करने की कोशिश कर रही है। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया, “दक्षिण कश्मीर में अपहरण की कुछ घटनाओं के बारे में पुलिस को पता चला है। हम विवरणों और परिस्थितियों का पता लगा रहे हैं। उचित समय में इसकी जानकारी सार्वजनिक कर दी जाएगी।”
जबकि इस मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों का कहना है कि आतंकवादियों ने कल रात शोपियां, कुलगाम, अनंतनाग और अवंतीपुरा से कम से कम सात लोगों का अपहरण कर लिया। इन सात लोगों के परिवार के सदस्य जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ काम कर रहे हैं।
ज्ञात हो कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा दुनिया भर में वांछित आतंकवादी सैयद सलाहुद्दीन के दूसरे बेटे की कल गिरफ्तारी के बाद आतंकवादियों ने यह कदम उठाया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों ने शोपियां जिले के त्रेंज इलाके से एक पुलिस उपाधीक्षक के रिश्तेदार का अपहरण कर लिया।
अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों ने 26 वर्षीय अदनान अहमद शाह को बृहस्पतिवार रात उसके घर से अगवा कर लिया। वहीं एक अन्य घटना में आतंकवादियों ने एक पुलिस अधिकारी के बेटे को शोपियां के वाथू गांव से अगवा कर लिया। अधिकारी ने अपहरण के अन्य मामलों की जानकारी नहीं दी।
उन्होंने बताया कि आतंकवादियों ने शोपियां में बर्थीपोरा के एक कांस्टेबल के घर को आग लगा देने की भी धमकी दी थी। उमर अब्दुल्ला ने आज कहा कि पुलिकर्मियों के करीबियों के अपहरण की घटना घाटी में चिंताजनक स्थिति को दर्शाती है। उमर ने एक ट्वीट में कहा, “11 अपहरण। यह घाटी की चिंताजनक स्थिति को दर्शाता है।”
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष ने उन लोगों पर भी हमला बोला जो सुरक्षा बलों की कथित ज्यादतियों पर मुखर होकर बोलते हैं लेकिन अपहरण की घटनाओं पर चुप हैं। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि आतंकवादियों या सुरक्षाबलों किसी के भी परिवार को उस बात के लिए सजा नहीं दी जानी चाहिए जिसपर उनका बहुत कम नियंत्रण है।