लखनऊ। योगी सरकार की प्रदेश में महिलाओं और बेटियों के साथ होने वाले अपराधों में अंकुश लगाने की कवायद को बखूबी पुलिस विभाग के कुछ कर्मियों द्वारा ही पलीता लगाया जा रहा है। हाल ही में जनपद मेरठ की घटना में जहां इसका खुलासा हुआ था ही वहीं अब जनपद शाहजहांपुर में भी ठीक ऐसा ही मामला सामने आया है। जिसमें एक बार फिर पुलिस का शर्मनाक चेहरा सामने आया है।
गौरतलब है कि जनपद शाहजहांपुर में थाना परौर क्षेत्र के एक गांव में दुष्कर्म पीड़ित ने मामले में पुलिस के कार्रवाई न किए जाने से आहत होकर बुधवार को केरोसिन छिड़ककर आग लगा ली। आग से उसका मासूम बेटा झुलस गया। बृहस्पतिवार शाम जिला अस्पताल में पीड़ित ने दम तोड़ दिया। हालांकि मामले की गंभीरता को देखते एसपी डॉ. एस चन्नप्पा ने थानाध्यक्ष को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
बताया जाता है कि विगत 18 अगस्त को रात नौ बजे टीबी पीड़ित महिला ने झोलाछाप विनय को इंजेक्शन लगाने के लिए घर बुलवाया था। दौरान झोलाछाप विनय कुमार ने दरिंदगी की थी। वहीं जब ये मामला सामने आ गया और वहीं पुलिस ने कोई कारवाई नही की तो इलाके के कुछ शोहदे किस्म के लोगों के हौसले बुलंद हो गए। और वो सभी पीड़िता से छेड़खानी और छींटाकसी करने लगे।
हालांकि इसकी शिकायत पीड़िता के पति ने पुलिस से की लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं इसके बाद आरोपी डॉक्टर ने शिकायत करने पर उसे धमकाया। ऐसे हालातों से परेशन और आहत होकर पीड़िता ने बुधवार शाम को कमरे में केरोसिन छिड़ककर आग लगा ली। इसमें उसका चार वर्ष का बेटा झुलस गया। उसे यहां जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। सीओ जलालाबाद शिव प्रसाद दुबे ने महिला के पति के बयान दर्ज किए।
फिलहाल रेप पीड़ित के आत्मदाह के मामले में तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है। इस बाबत एसपी डॉ. एस चन्नप्पा,का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही पुलिस द्वारा लापरवाही के आरोपों की जांच की जा रही है। इसमें जो दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नही जाऐगा।