लखनऊ। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने आज प्रधानमंत्री मोदी द्वारा बैंकों की खस्ताहाल तथा विजय माल्या, नीरव मोदी, ललित मोदी एवं मेहुल चैकसी सहित तमाम भगोड़ों के लिये तत्कालीन यू0 पी0 ए0 सरकार को दोषी ठहराने को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि उनका यह कृत्य ‘‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’’ वाली कहावत को यह पूरी तरह चरितार्थ करती है । अर्थशास्त्र का प्रारम्भिक ज्ञान रखने वाला व्यक्ति भी इस सच्चाई को जानता है कि ‘‘नोटबन्दी’’ ने इस देश की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी है ।
गौरतलब है कि तिवारी ने कहा है कि नोटबन्दी के बाद 99.03% धनराशि बैंकों में जमा हुआ है तो चार- पांच लाख करोड़ रुपये का कालाधन कहां गया। मोदी जी इसका जवाब देश की जनता को दें । ब्लैक मनी को व्हाईट मनी में किसने बदला ? आतंकी फण्डिंग कौन कर रहा है ? और किस फण्ड से हो रही है? इसकी जवाबदेही प्रधानमंत्री मोदी की बनती है। वे इससे मुंह नही मोड़ सकते । इस विषय पर उनकी चुप्पी से देश आहत और ठगा हुआ महसूस कर रहा है । उन्हें इसके लिये देश से क्षमा याचना करनी चाहिए ।
उन्होंने कहा है कि नोटबन्दी’’ जहां प्रधानमंत्री जी का तुगलकी फारमान’’ था वहीं इसकी सजा अर्थशस्त्र में उनके अल्प ज्ञान’’ के कारण देश आर्थिक बर्बादी से चुका रहा है । उनकी जिद’’ ने करोड़ों नवजवानों, छोटे व्यापारियों और छोटे उद्योगपतियों का भविष्य समाप्त कर दिया है ।
तिवारी ने कहा है कि विजय माल्या को राज्य सभा किसने पहंुचाया ? क्या इससे भी प्रधानमंत्री जी इंकार करेंगे ? सच्चाई तो यह है कि अपने बड़े उद्योगपति मित्रों को लाभ पहंुॅचाने के चक्कर में छोटे व्यापारियों एवं छोटे उद्योगों की उन्होंने बलि चढ़ा दी, और बेरोजगार नवजवानों की एक ‘‘फौज’’ खड़ी कर दी ।
उन्होंने कहा है कि देश का जब इतिहास लिखा और पढ़ जायेगा तो ‘‘मोदी सरकार’’ के वर्ष 2014 से 2019 तक के कार्यकाल को एक ‘‘काले अध्याय’’ के तौर पर याद किया जायेगा । उनके भ्रष्टाचारी मित्रों और ‘‘तुगलकी फारमान’’ ने देश को अंगे्रजों की तरह लूटा। और बेरोजगार नवजवानों की संख्या सर्वाधिक बढ़ाकर उन्होंने रिकाॅर्ड बना दिया है ।
उन्होंने कहा है कि राफेल इस देश का ही नहीं अपितु ‘‘एशिया महाद्वीप’’ का सबसे बड़ा ‘‘रक्षा घोटाला’’ है । रु0 1,30,000 करोड़ (एक लाख तीस हजार करोड़ रुपये) के इस सौदे में जैसे- जैसे परतें खुलती जा रही है वैसे- वैसे देष के आर्थिक हित की तिलांजलि से लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति की पे्रमिका को खुश करने के लिये लुटाई गयी दौलत की सच्चाई और उसका हिसाब भी सामने आने लगा है । और इसी घोटाले के कारण फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति सत्ता से हटे थे और अब मोदी भी एन0 डी0 ए0 सरकार को ले डूबेंगे ।
उन्होंने कहा है कि इस बार बारिश ने उत्तर प्रदेश में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिये हैं, और जहांॅ बाढ़ नहीं भी आई है वहांॅ लाखों मकान क्षतिग्रस्त हुये हैं, संपर्क मार्ग टूट गये हैं, क्षतिग्रस्त हो गये हैं और बह गये हैं । केन्द्र सरकार को उत्तर प्रदेष सरकार को इसके लिये ‘‘स्पेशल पैकेज’’ देना चाहिए, और क्षतिग्रस्त मकानों की भरपाई के लिये प्रधानमंत्री आवास’’ सर्वोच्च प्राथमिकता पर गरीबों को दिये जाने चाहिए ।