लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए केंद्र की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे भाजपा जनता का ध्यान बंटाने के लिए नए-नए तरीके अपना रही है। वहीं गठबंधन को लेकर साफ तौर पर अपना नजरिया जाहिर करते हुए कहा कि सम्मानजनक सीटों के मिलने पर ही किसी भी प्रदेश में किसी से भी गठंधन किया जायेगा गर ऐसा नही हुआ तो बसपा अकेले ही चुनाव में उतरेगी।
मायावती ने आज लखनऊ के 9 माल एवेन्यू स्थित अपने नए बंगले में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा भाजपा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी तक को नहीं बख्शा। उनकी मौत के बाद भाजपा इसे भी भुनाने का प्रयास कर रही है। कि अटल जी के जीते जी तो भाजपा ने कभी उनके पदचिन्हों पर चलने की कोशिश नहीं की पर अब उनकी मौत को भुनाने की कोशिश कर रही है।
इतना ही नही उन्होंने भाजपा पर ओबीसी व एससी-एसटी वर्ग से भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार खाली पड़े पदों पर भर्तियां नहीं कर रही बस महापुरुषों का नाम लेकर युवाओं को बहलाने का प्रयास कर रही है। इसे लेकर जनता में भाजपा के प्रति भारी नाराजगी है। उन्होंने कहा कि दो अप्रैल को एससी-एसटी एक्ट को लेकर हुए भारत बंद में प्रदर्शन कर रहे अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के युवाओं को जेल में डाल दिया गया। इससे भाजपा का पिछड़ा व दलित विरोधी चेहरा ही सामने आया है।
इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि भाजपा के लोग दोहरे चालचरित्र वाले लोग हैं। इनकी कथनी व करनी में बहुत अंतर है। इसलिए इन पर भरोसा करना अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसी बात है। वहीं, भाजपा द्वारा दलित शब्द के प्रयोग पर आपत्ति दर्ज कराने पर मायावती ने कहा कि हमारे संविधान में हमारे देश का नाम भारत है, पर आरएसएस व भाजपा के लोग इसे हिंदुस्तान भी कहते हैं। उन्होंने कहा कि जब उन्हें देश को हिंदुस्तान कहने से आपत्ति नहीं है तो अनुसूचित जाति व जनजाति के लोगों को दलित कहने से क्यों शिकायत है। जबकि आम बोलचाल की भाषा में एससी-एसटी वर्ग के लिए दलित शब्द का ही इस्तेमाल किया जाता है।
जबकि वहीं देश के अहम सूबे उत्तर प्रदेश में महागठबंधन को लेकर सवाल किये जाने पर मायावती ने जवाब दिया कि हम किसी भी चुनाव में किसी भी प्रदेश में किसी से भी गठबंधन के लिए तैयार हैं बशर्ते हमें सम्मानजनक सीटें मिलें, नहीं तो हम अकेले ही चुनाव लड़ेंगे। वहीं, अभी हाल ही में जेल से छूटे भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर द्वारा उन्हें ‘बुआजी’ कहे जाने पर मायावती ने जवाब दिया दलित, आदिवासी, पिछड़ी जाति के लोगों व आम जनता को छोड़ बाकी किसी से मेरा कोई संबंध नहीं।
मायावती ने आगे कहा कि चंद्रशेखर रावण और भीम आर्मी से बसपा का कोई रिश्ता नहीं है जबरदस्ती कुछ युवा हमसे रिश्ता बता रहे हैं, जबकि मेरा वास्तव में इस किस्म के लोगों से कभी भी कोई रिश्ता कायम नहीं हो सकता। यह लोग अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षाओं की वजह से ही रिश्ता बना रहे हैं और यह साजिश है। मेरा रिश्ता केवल उन कमजोर और दलितों आदिवासियों से है, जिनका में नेतृत्व करती रही हूं।