नई दिल्ली। बिहार में सुशासन बाबू नीतीश कुमार के कार्यकाल में दिन ब दिन सामने आते महिलाओं और बेटियों के साथ छेड़खानी और दबंगई की घटनाओं में बढ़ोत्तरी से हालात काफी गंभीर हो चले हैं। अब बेखौफ और बेलगाम हो चले मनचलों ने गर्ल्स हॉस्टल में घुसकर जमकर उत्पात मचाया। हॉस्टल में घुसकर लाठी-डंडों से उन्होंने छात्राओं पर हमला किया और उन्हें जमकर पीटा। हमले में घायल 34 छात्राओं घायल हुई हैं, जिसमें से 12 की हालत गंभीर बनी हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक घटना सुपौल के त्रिवेणीगंज स्थित कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय (स्कूल) की है। बताया जा रहा है कि मनचले स्कूल की छात्राओं से छेड़खानी करते थे। वे हॉस्टल की दीवारों पर गंदी बातें लिखते थे। छात्राओं ने इसका विरोध किया, तो इसका बदला लेने के लिए हमला कर दिया। सभी छात्राओं को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार, शनिवार शाम स्कूली छात्राएं मैदान में खेल रही थीं। इसी दौरान कुछ मनचले उन पर अभद्र टिप्पणी करने लगे। दीवारों पर अश्लील बातों के कारण पहले से भड़कीं छात्राओं ने इसपर आपत्ति दर्ज की। मनचलों की शिकायत अध्यापकों से की।
वहीं अध्यापक और विद्यालय प्रधान जब मनचलों को समझाने गए, तो वे उनसे भी उलझ गए। फिर मनचले अपने अभिभावकों को बुलाकर ले ले आए और गुंडई पर उतरी भीड़ ने विद्यालय पर हमला बोल दिया। उन्होंने वहां की सभी छात्राओं और शिक्षकों के साथ बेरहमी से मारपीट की। घटना में 34 छात्राएं गंभीर रूप से जख्मी हो गईं।
इस बीच जिलाधिकारी के आदेश पर घटना की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। एसडीओ विनय कुमार के अनुसार, घटना में शामिल लोगों को चिन्हित कर लिया गया है। पुलिस आरोपितों को खोज रही है। हालांकि, अभी तक एक भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। उधर, तनाव को देखते हुए पुलिस घटना स्थल पर कैंप कर रही है।
घटना की जानकारी मिलने के बाद सांसद रंजीत रंजन लड़कियों को देखने अस्पताल पहुंचीं। शनिवार की देर रात उन्होंने अनुमंडलीय अस्पताल पहुंच कर उनका हालचाल जाना। उन्होंने छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शासन-प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया।