नई दिल्ली। फिर एक बार नवंबर के महीने का आना और 26/11 को हुए भयानक मुबई हमले की याद दिलाना काफी हद तक लाजमी है। लेकिन बात तब ज्यादा गंभीर हो जाती है जब ऐसी खबर आए कि ऐसे हमले को एक बार फिर दोहराये जाने की कोशिशें जारी हैं। दरअसल लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी एक बार फिर से मुंबई में 26/11 दोहराने की फिराक में हैं।
गौरतलब है कि खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, इस बार आतंकी समुद्री रास्ते से हमला करने की योजना बना रहे हैं। पाकिस्तान की गतिविधियों पर ध्यान रखने वाली कुछ खुफिया एजेंसियों ने भारतीय नौसेना और कोस्ट गार्ड को अलर्ट रहने को कहा है। एजेंसियों ने नेवी को पोर्ट्स, कार्गो शिप और ऑयल टैंकर्स पर लगातार नजर बनाए रखने को कहा है।
जैसा कि बताया जाता है कि पिछले करीब 5-6 महीनों से पाकिस्तान से लश्कर के आतंकी सीमा पार से घुसपैठ की फिराक में लगे हुए हैं। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, लश्कर के अलावा जैश-ए-मोहम्मद भी अपने करिदों को स्विमिंग और डीप डाइविंग जैसी ट्रेनिंग दे रहा है, ताकि भारत को निशाना बनाया जा सके।
इन रिपोर्ट्स के मुताबिक, लश्कर के आतंकी कार्गो शिप या ऑयल टैंकर्स को हाईजैक कर भारतीय बंदरगाहों पर अटैक कर सकते हैं या अंतरदेशीय जल चैनलों से आत्मघाती हमलावरों की घुसपैठ करा सकते हैं। हालांकि, समुद्री रास्तों से भारत में आतंकी हमले करना लश्कर के लिए कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस बार वह किसी बड़े हमले की फिराक में हैं।
ज्ञात हो कि 26/11 हमले के आरोपी डेविड हेडली ने 2010 में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी को याकूब का नाम बताया था जो टेरर ग्रुप के मरीन विंग का हेड था। याकूब ने ही पाकिस्तानी आतंकियों को ट्रेनिंग दी थी।