नई दिल्ली। भारतीय रेलवे के लिए हाल फिलहाल दिन कुछ अच्छे नही चल रहे हैं अभी दो दिन लगातार उत्तर प्रदेश में ट्रेनें पटरी से उतर गईं वहीं आज बलिया में किसान एक्सप्रेस में बम की खबर से अच्छा खासा हड़कम्प मच गया। इसके साथ ही बिहार में बेहद ही दर्दनाक और खौफनाक हादसा उस वक्त पेश आया जब इंटरसिटी से ट्रैक पर उतरे यात्रियों में पांच की लालकुंआ एक्सप्रेस की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई। रेलवे ट्रैक का मंजर बेहद ही खौफनाक था क्योंकि हर तरफ खून ही खून बिखरा पड़ा था।
मिली जानकारी के मुताबिक आज बिहार के भभुआ रोड रेलवे स्टेशन पर उस समय अफरातफरी मच गई जब लालकुआं एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि चार लोग घायल हो गए। आरपीएफ, जीआरपी और लोकल पुलिस की टीम ने मृतकों के शव को रेलवे ट्रैक से हटाया और घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। इस घटना से करीब एक घंटे तक ट्रैक जाम रहा।
बताया जाता है दरअसल वाराणसी से रांची जा रही इंटरसिटी एक्सप्रेस शाम पांच बजकर 41 मिनट पर भभुआ रोड रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या तीन पर पहुंची थी। स्टेशन पर भीड़ अधिक होने की वजह से ट्रेन के रूकते ही कई यात्री प्लेटफार्म के बजाए दूसरी तरफ रेलवे ट्रैक पर उतर गए।
वहीं इसी बीच पीडीडीयू जंक्शन आ रही लालकुआं एक्सप्रेस ट्रेन देखकर यात्रियों में भगदड़ मच गई और यात्री इधर उधर भागने लगे लेकिन तब तक लालकुंआ यात्रियों को रौंदते हुए आगे बढ़ गई। इस घटना में पांच यात्रियों की मौत हो गई जबकि चार यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए।
इस घटना के बाद यात्रियों की चीख पुकार मच गई। ट्रैक के चारों तरफ खून के छींटे और शव के अवशेष दिख रहे थे। आनन फानन में आरपीएफ, जीआरपी और स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंच कर यात्रियों की भीड़ को संभाला और मृतकों के शव को और रेलवे ट्रैक पर कराह रहे घायलों को हटाया। चार मृतकों की पहचान हो गई है। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इसके साथ आज ही उत्तर प्रदेश के बलिया में जयनगर से दिल्ली जाने वाली स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में बम की सूचना से हड़कंप मच गया। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे आरपीएफ और जीआरपी जवानों ने लावारिस सूटकेस को चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया।
बताया जाता है कि गाड़ी संख्या 12561 सेनानी एक्सप्रेस में जीआरपी छपरा के एस्कॉर्ट स्टाफ को कोच संख्या एस टू में एक लावारिश सूटकेस मिला। खोलने की कोशिश तो उसमें से बीप की आवाज आने लगी। यह देख यात्रियों में हड़कंप मच गया। वहीं जीआरपी ने सूटकेस को चलती गाड़ी से बांसडीह व बलिया के मध्य गाड़ी के बाहर फेंका।
गाड़ी के स्थानीय रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने छानबीन की और फिर ट्रेन को रवाना किया। इसके बाद पीछे से आने वाली राजधानी एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेनों की भी सघन जांच की गई। टीम ने बलिया से बांसडीह तक रेलवे लाइन के किनारे जांच की लेकिन सूटकेस नहीं मिला। फिर मुख्य सुरक्षा आयुक्त गोरखपुर राजाराम के आदेश पर गाड़ी को स्निफर डॉग टीम से बनारस में गाड़ी रोककर पूरी गाड़ी को चेक किया गया।