लखनऊ। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा न सिर्फ चौंकन्नी है बल्कि बड़े ही सधे अंदाज में अपनी बिसात बिछाने में लगी है। वहीं ऐसे में प्रदेश की योगी सरकार के कबीना मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने एक बहुत ही अहम और बड़ा दावा कर दिया है कि आगामी के लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार तय है। उनका दावा हकीकत है या छलावा ये तो वक्त ही बतायेगा। लेकिन फिलहाल उनके दावे से विरोधियों को बल जरूर मिलेगा।
गौरतलब है कि राजभर ने जिले के रसड़ा कस्बे में स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार ने अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कानून को लेकर उच्चतम न्यायालय का फैसला पलट दिया। इसके अलावा उसने कई अन्य विवादास्पद कदम भी उठाये हैं।
इसके साथ ही राजभर ने बताया कि अगर भाजपा सरकार की ऐसी ही कार्यपद्धति रही तो इस पार्टी की आगामी लोकसभा चुनाव में हार निश्चित है। गोरखपुर, फूलपुर और कैराना लोकसभा उपचुनाव से इसका आगाज हो चुका है। भाजपा जब एससी/एसटी एक्ट को लेकर सीमा लांघेगी और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण को रिहा करेगी तो ‘लंका दहन’ होना तय है।
जबकि वहीं सपा से अलग होकर समाजवादी सेक्युलर मोर्चा गठित करने वाले पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव को पूर्व मुख्यमंत्री मायावती द्वारा खाली किया गया सरकारी बंगला आबंटित किये जाने के बारे में पूछे गये सवाल पर राजभर ने कहा कि सपा को कमजोर करने के लिये शिवपाल को वह आवास आवंटित किया गया है।
इसी प्रकार उन्होंने कहा कि अधिकारी वर्ग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों का पालन नहीं कर रहा है। जनता की शिकायतों का भी सही तरीके से निस्तारण नहीं हो रहा है। नौकरशाह शिकायत के निस्तारण की केवल खानापूर्ति कर रहे हैं।
इसके अलावा सूबे में कानून व्यवस्था को लेकर पूछे गये सवाल पर उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्न खड़े किये और कहा कि पुलिस मुठभेड़ के बहुत से दावे फर्जी हैं। पुलिस गरीब लोगों को उसके घर या दुकान से उठाती है, उनका दो बार चालान करती है, फिर मुठभेड़ में मार डालती है।