लखनऊ। रेलवे के लिए मौजूदा वक्त में उत्तर प्रदेश में जैसे कोई ग्रहण सा लग गया है कि वो एक हादसे से उबर नही पाता है कि फिर कोई नया मामला सामने आ जा रहा है। दरअसल हाल ही में दो ट्रेनों के बेपटरी होने से वैसे ही उलझन में डूबे रेलवे को उस वक्त एक और तगड़ा झटका लगा जब देवरिया में मंगलवार को करीब दो बजे भटनी-वाराणसी रूट पर एक पैसेंजर ट्रेन के इंजन में आग लग गई। ट्रेन भटनी से वाराणसी जा रही थी। हालांकि चालक ने इंजन से धुंआ उठते देख ट्रेन को रोक कर इंजन को बोगी से अलग कर दिया वरना बड़ा हादसा तय था।
गौरतलब है कि भटनी से वाराणसी जाने वाली पैसेंजर ट्रेन नं 55123 भटनी से 2:05 बजे वाराणसी के लिए रवाना हुई। करीब ढाई बजे ट्रेन पिवकोल व सलेमपुर रेलवे स्टेशन के बीच पहुंची थी कि ड्राइवर मनोज कुमार मौर्य को इंजन से धुआं निकलते दिखा। उन्होंने भीमपुर गांव के सामने ट्रेन को रोक दिया। इसके बाद यात्रियों के सहयोग से इंजन को धक्का देकर बोगी से अलग किया। इंजन में मौजूद अग्निशमन यंत्र से आग को काबू करने की कोशिश की गई लेकिन आग नियंत्रित नहीं हो सकी।
जिस पर बाद में देवरिया से दो दमकल वाहन मौके पर पहुंचे। इनकी मदद से आग पर काबू पाया गया। घटना की जानकारी होते ही रेलवे के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर जायजा लिया। इस दौरान करीब ढाई घंटे तक भटनी-वाराणसी रूट पर आवागमन प्रभावित रहा। भटनी के स्टेशन अधीक्षक आरके यादव ने बताया कि ट्रेन की बोगियों को दूसरा इंजन भेज कर भटनी मंगा लिया गया है। घटना के कारण एकमात्र भटनी से बरहज जाने वाली बरहजिया पैसेंजर ट्रेन प्रभावित हुई है।