नई दिल्ली। सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस के बीच चुनावी माहौल के बीच बिसात बिछ चुकी है। जिसके तहत एक दूसरे को शह-मात दिये जाने की कोशिशें लगातार जारी हैं। इसी के चलते जहां कल भाजपा ने गोवा के दो कांग्रेसी विधायकों को अपने खेमे में शमिल किया तो वहीं पलटवार करते हुए कांग्रेस ने भी राजस्थान में भाजपा के एक मजबूत विधायक को आज अपने खेमें में शामिल कर बखूबी जवाब देने की कोशिश की है।
गौरतलब है कि राजस्थान के मारवाड़ क्षेत्र में प्रभाव रखने वाले पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह के बेटे विधायक मानवेंद्र सिंह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर आज पूरे परिवार के साथ पार्टी में शामिल हो गए। मानवेंद्र इस समय बीजेपी से शिव सीट से विधायक हैं। मानवेंद्र के साथ उनकी पत्नी चित्रा सिंह, जीवंत सिंह के दूसरे बेटे भूपेन्द्र सिंह और जसवंत सिंह की पत्नी शीतल कवर ने कांग्रेस की सदस्यता ली. कांग्रेस का दामन थामने के बाद मानवेंद्र सिंह ने पूरे परिवार के साथ अपने आवास पर यज्ञ भी कराया।
पिछले महीने हुई बाड़मेर के पचपदरा की स्वाभिमान रैली में मानवेंद्र सिंह ने ‘एक ही भूल कमल का फूल’ कहकर बीजेपी छोड़ दी थी। उसके बाद से अटकलें लगाई जा रही थी कि मानवेंद्र सिंह कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं, लेकिन अब मानवेंद्र ने साफ कर दिया है कि वो कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।
कांग्रेस इस बार कोशिश कर रही है कि नाराज राजपूतों को तोड़ा जाए और कैसे भी उन्हे अपने साथ लाया जाए। हालांकि, बीजेपी कोशिश कर रही है कि राजपूतों का डर दिखाकर कांग्रेस के परंपरागत वोटर जाटों को अपने पक्ष में लाया जाए, लेकिन कांग्रेस अपने जाट नेताओं को भरोसे में लेकर नाराज राजपूतों को रिझाने की कोशिश कर रही है।
बाड़मेर के कांग्रेसी नेताओं ने भी इसका स्वागत किया। कांग्रेस के सचिव हरीश चौधरी ने कहा कि उन्होंने मानवेंद्र सिंह का विरोध नहीं किया है। उनके आने से कांग्रेस और मजबूत होगी। राजस्थान में राजपूत बीजेपी के कोर वोट बैंक रहे हैं। ज्ञात हो कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जसवंत सिंह को टिकट नहीं दिया था।इससे उनको निर्दलीय ही चुनाव लड़ना पड़ा था। उस चुनाव में जसवंत सिंह हार गए थे। इसी के बाद से जसवंत सिंह का परिवार बीजेपी से नाराज चल रहा था।