नई दिल्ली। गुरूग्राम के बहुचर्चित गनर द्वारा जज के बेटे और पत्नी को गोली मारे जाने के मामले में हकीकत सामने आ गई है कि आखिर क्यों उस गनर ने उन दोनों को इस तरह से गोली मारी। दरअसल इस मामले में एसआईटी ने कई सनसनीखेज खुलासे करते हुए बताया है कि आखिर क्यों गनर ने जज के परिवार पर गोली चलाई जबकि वह उनकी काफी इज्जत करता है।
गौरतलब है कि एसआईटी ने अपनी जांच के बारे में जो खुलासे किए हैं उससे उन तमाम अनुमानों पर लगभग विराम ही लग गया है। क्योंकि एसआईटी के अनुसार इस पूरी वारदात का धर्म परिवर्तन से कोई संबंध ही नहीं है। न ही गनर महिपाल जज के परिवार से किसी बात से नाराज था। बल्कि उसने तो जांच अधिकारियों को बताया है कि वह जज और उसके परिवार की काफी इज्जत करता है और उन सब की काफी तारीफ भी की।
इस बाबत गुरुग्राम के डीसीपी क्राइम ने एक प्रेस कांफ्रेंस में पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 13 अक्तूबर को हुई पूरी घटना गुस्से में आकर की गई। महिपाल ने हत्या की कोई योजना पहले से नहीं बनाई थी। बल्कि उस दिन कुछ ऐसा हुआ कि गनर को गुस्सा आया और उसने जज की बीवी और बेटे पर गोली चला दी।
उन्होंने बताया कि जज की पत्नी और बेटे 13 अक्तूबर को गुरुग्राम के सेक्टर-49 स्थित मार्केट में कुछ खरीदारी करने गए थे। जब वह वापस लौटे तो गनर कार के पास मौजूद नहीं था। वह उन्हें छोड़कर कहीं चला गया था। काफी देर बाद जब महिपाल वापस आया तो उन दोनों ने उसे सबके सामने काफी डांट लगाई।
बताया जा रहा है कि महिपाल को ध्रुव ने थप्पड़ भी मारा। बस इसी बात से वह गुस्से से भर गया और आवेश में आकर उसने जज की पत्नी और बेटे ध्रुव दोनों को गोली मार दी जिसके बाद पत्नी की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई वहीं ध्रुव अब भी गंभीर है। डीसीपी ने ये भी बताया कि जब महिपाल से पूछा गया कि क्या उसके जज के परिवार से मतभेद थे या वो उनसे नाराज था तो उसने इनकार कर दिया।