नई दिल्ली। एक तरफ छत्तीसगढ़ में होने वाले चुनावों की तारीख का नजदीक आना और ऐसे में वहां नक्सलियों द्वारा इस तरह से फिर से सिर उठाना बेहद गंभीर ही नही बल्कि खतरनाक संकेत है। जिसकी बानगी है कि आज एक बार फिर सरकार के तमाम दावों को धता बताते हुए नक्सली हमले में छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के चार जवान शहीद हो गए हैं। वहीं इस हमले दो जवान घायल हुए हैं। हमले को नक्सलियों द्वारा चुनावी बहिष्कार के एलान के तौर पर देखा जा रहा है।
गौरतलब है कि हाल ही में नक्सलियों ने बस्तर में पोस्टर लगाकर आगामी चुनावों की बहिष्कार की घोषणा की थी। इधर, सोनभद्र एसपी के निर्देश पर सीमा पर सीआरपीएफ तैनात कर दी गई है। बभनी समेत अन्य थाना क्षेत्रों के जंगलों में पुलिस ने कांबिंग शुरू कर दी। वहीं बताया जाता है कि शाम चार बजे सीआरपीएफ के जवानों पर यह हमला बीजापुर जिले के मुरडंडा स्थित सीआरपीएफ शिविर के पास हुआ है। मुरडंडा में स्थित सीआरपीएफ की 168वीं बटालियन के शिविर के करीब नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर माइन प्रोटेक्टेड व्हीकल (एमपीवी)को उड़ा दिया। इसमें चार जवानों की मौत हो गई जबकि दो घायल हुए हैं।
दरअसल जब एमपीवी सवार सीआरपीएफ के छह जवान गश्त कर लौट रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र में पुलिस दल रवाना किया गया। घायलों को अस्पताल भेजा गया है। नक्सलियों द्वारा चुनावी बहिष्कार के बीच शनिवार को ही बीजापुर से लगे सुकमा जिले से मुख्यमंत्री रमन सिंह ने चुनावी कैंपेन की शुरुआत की। मालूम हो कि राज्य में 12 नवंबर को नक्सल प्रभावित 18 विधानसभा क्षेत्र में पहले चरण का मतदान होगा। पहले चरण के तहत नक्सल प्रभावित आठ जिले बस्तर, कांकेर, सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर कोंदगांव और राजनांदगांव में मतदान होना है।