पांच दिन तक चलने वाले दिवाली पर्व का पहला त्योहार धनतेरस है. इसे धनत्रयोदशी, धन्वंतरि त्रियोदशी या धन्वंतरि जयंती भी कहा जाता है. इस दिन आयुर्वेद के देवता भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था. इसी कारण इस दिन माता लक्ष्मी, भगवान कुबेर और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है. इस बार धनतेरस 5 नवंबर, सोमवार को है. प्राचीन काल से इस दिन खरीददारी करने की परंपरा है. कहते हैं धनतेरस के दिन खरीददारी करने से दरिद्रता दूर होती है मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है. धनतेरस में लोग सोने चांदी के बर्तन,सिक्के और आभूषण आदि खरीदते हैं. इस दिन दीपक जलाने से खरीदी हुई वस्तु की बढ़ोतरी होती है.
ऐसी भी कुछ चीजें हैं जो इस दिन नहीं खरीदनी चाहिए. जानिए ऐसी चीजों के बारे में जिन्हें धनतेरस के दिन नहीं खरीदना चाहिए. अगर आपको धनतेरस के दिन कार घर लानी हैं,तो उसका भुगतान एक दिन पहले ही कर लें. धनतेरस के दिन नहीं. धनतेरस वाले दिन तेल से बनी कोई भी वास्तु नहीं खरीदनी चाहिए. इस दिन तेल या तेल के उत्पादों जैसे घी रिफाइंड इत्यादि लाने के लिए मना किया जाता हैं.लोहे के पात्र खरीदने से बचें. लोहे से बनी कोई वस्तु इस दिन ना खरीदें. यदि खरीदना नितांत आवश्यक ही है तो एक दिन पूर्व खरीद लें. काले रंग की वस्तुएं ना खरीदें.आरी, चाकू, कैंची इत्यादि धारदार वस्तुएं भी नहीं खरीदनी चाहिए.
यदि आप कोई पात्र खरीदते हैं तो उसको खाली अर्थात रिक्त पात्र घर में मत लाएं. उसमें अनाज या फल इत्यादि भर लें. प्रायः बच्चे साइकिल खरीदने की जिद करते हैं तो इस दिन यह जिद पूरी मत करें. इसको एक दिन पहले खरीद सकते हैं. प्रायः इस दिन घर के बागीचे के लिए पौधे भी खरीदते हैं तो इस दिवस पर कांटेदार पौधे घर पर विशेषकर नागफनी इत्यादि मत लाएं. एल्युमीनियम के बर्तन खरीदना अशुभ माना जाता हैं. क्योंकि इस धातु पर राहू का आधिपत्य होता हैं.