लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा प्रदेश पुलिस के मुखिया ओ. पी. सिंह के सख्त निर्देशों के बावजूद थानों में तैनात तमाम पुलिसकर्मी अपनी आदतों से बाज नही आ रहे हैं और बेटियों तथा महिलाओं के मामलों में लापरवाही और टालमटोल का रवैया अपना रहे हैं। जिसके चलते जहां एक तरफ सरकार और पुलिस विभाग दोनों ही की किरकिरी हो रही है वहीं न्याय न मिलने तथा पुलिस के इसी रवैये से परेशान होकर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आकर आत्मदाह की कोशिश करने वाले परिवार तथा पीड़ितों की एक ल्रबी फेहरिस्त बनती जा रही है। इसी क्रम में आज फिर एक महिला ने अपने परिवार सहित मुख्यमंत्री आवास के पास आत्मदाह करने की कोशिश की।
गौरतलब है कि राजधानी लखनऊ में सोमवार को महिला ने अपनी दो बेटियों सहित पांच कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। महिला ने मां, पिता, भाई और बहन की हत्या में रायबरेली पुलिस से न्याय न मिलने का आरोप लगाया। पीड़ित महिला का कहना है कि उसकी मां व बेटी के साथ गैंगरेप हुआ था, लेकिन रायबरेली पुलिस आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इसी सिलसिले में वो महिला मुख्यमंत्री योगी से मिलने के लिए कई दिनों से उनके आवास के चक्कर काट रही थी। जब उसे यहां भी अपनी बात मुख्यमंत्री के सामने रखने की कोई उम्मीद नही नजर आई तो मजबूरन उसको ऐसी कोशिश करना पड़ी।
ज्ञात हो कि इसी वर्ष अप्रैल माह में उन्नाव गैंगरेप पीड़िता ने भी इसी प्रकार आत्मदाह का प्रयास किया था। जिस पर कारवाई के बाद स्थानीय पुलिस की लापरवाही और तमाम सच्चाई परत दर परत सामने आने पर हालांकि आरोपी विधायक पर तो कारवाई हुई ही थी। वहीं ऐसे संगीन मामले में पलिस के ढुलमुल रवैये के चलते ही मामला बेहद गंभीर हो गया था। बावजूद इसके भी प्रदेश पुलिस के कुछ एक पुलिसकर्मियों ने फिर भी आज तक अपने रवैये को सुधारा नही है। जिसकी बानगी है कि पुलिस के इसी रवैये से त्रस्त होकर जाने कितनी ही पीड़िता और उनके परिवारीजन राजधानी के विधानभवन के समक्ष आत्मदाह ाक प्रयास कर चुके हैं।