लखनऊ। उत्तर प्रदेश में रेलवे के लिए पनौती और चुनौती का सिलसिला जारी है क्योंकि हाल ही में जहां गोरखपुर में बाधएक्सप्रेास और रायबरेली के हरचंदपुर में न्यु फरक्का एक्सप्रेस के बेपटरी होने के मामलों की आंच अभी धीमी भी नही पड़ी थी कि आज हरदोई जनपद के संडीला और उमरताली रेल परिपथ के बीच अकालतख्त एक्सप्रेस ट्रेन 12317 से कटकर 4 गैंगमैन की मौत हो गई। यह हादसा समय हुआ जब गैंगमैन पटरी पर काम कर रहे थे। इस घटना के बाद से रेलवे में हड़कंप मच गया। घटना से गुस्साए परिजनों ने रेलवे प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। नारेबाजी करते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।
मिली जानकारी के मुताबिक आज दोपहर तकरीबन 12 बजे सण्डीला से हरदोई की ओर अकालतख्त एक्सप्रेस ट्रेन फुल स्पीड में जा रही थी। इस दौरान स्टेशन से करीब पांच किमी दूर हरदोई की तरफ 1125/13 खंभा नंबर के पास रेलवे महकमे के गैंगमैन कौशल निवासी बरहस गांव थाना माधौगंज, राजेश कुमार गौतम निवासी भिठौली थाना सण्डीला, राजेंद्र निवासी सरेहरी पुलिया थाना कासिमपुर और रामस्वरूप निवासी महसोना थाना सण्डीला काम कर रहे थे। इनमें राम स्वरूप लोहार का काम करता था, जबकि अन्य गैंगमैन उनके अण्डर में मरम्मत कार्य करते थे। उक्त चारों गैंगमैन ट्रेन की चपेट में आ गए, जिससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। करीब 30 किमी के दायरे में उनके शवों के चीथड़े फैले गए।
अचानक हुए ऐसे खौफनाक और दर्दनाक हादसे को देख आसपास खेतों में काम कर रहे ग्रामीण भागकर मौके पर पहुंचे। वहीं मौके पर पहुंचे पीडब्ल्यूआई सण्डीला राम सजीवन का कहना है कि रूटीन का काम चल रहा था। उनके अनुसार 10 बजकर 15 मिनट पर काशन के लिए स्टेशन मास्टर सण्डीला से मांग की थी, लेकिन रूट ब्लाक करने का आदेश नहीं मिला। इस पर उक्त लोगों ने काम शुरू कर दिया। ब्लाक होती तो वहां से गुजरते समय ट्रेन आवाज देती। झंडा लगा होता। ऐसा न होने के कारण गैंगमैन के आने की आवाज नहीं सुन सके और हादसा हो गया।
जबकि इस हादसे से कुपित और व्यथित मृतकों के तमाम परिजनों का कहना है कि विभागीय अधिकारी अतिरिक्त ड्यूटी कराते थे। बगैर कासन लिए काम कराते थे। इसी लापरवाही से हादसा हुआ। घटना से गुस्साए लोगों ने डीआरएम को मौके पर आने की मांग की और शव नहीं उठने दिया। बवाल की आशंका को देखते हुए मौके पर एसडीएम उदयभान व पुलिस क्षेत्राधिकारी भारी फोर्स के साथ लोगों को समझाने में जुटे रहे।
हालांकि ऐसे लोमहर्षक हादसे को देख रेलवे के डीआरएम एके सिंघल ने कहा कि घटना को गंभीरता से लिया गया है। हायर लेवल कमेटी से जांच कराई जाएगी। विभागीय अफसरों को मौके पर भेजा गया है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित परिवारों को जल्द वाजिब मुआवजा व आश्रितों को नौकरी मिलेगी।