जयपुर! राजस्थान विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपना त्यागपत्र राज्यपाल कल्याण सिंह को सौंप दिया है. इस्तीफा सौंपने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में वसुंधरा ने कहा कि हम अच्छे विपक्ष की भूमिका निभाएंगे. विपक्ष में रहकर जनता की आवाज उठाएंगे. मैं कांग्रेस को बधाई देती हूं. मैं इस जनादेश को स्वीकार करती हूं. बीजेपी ने पिछले पांच सालों के दौरान काफी काम किया. मुझे उम्मीद है कि अगली सरकार इन कामों और नीतियों को आगे बढ़ाएगी. राजे ने कहा, ‘मैं सभी भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देती हूं.’
राजभवन के प्रवक्ता ने बताया, ‘राजे ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंपा.’ विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ भाजपा को कांग्रेस के हाथों हार का सामना करना पड़ा है.
उधर, चुनाव में जीत के साथ कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर दावेदारी शुरू हो गई है. पार्टी ने विधायक दल का नेता चुनने के लिए बुधवार को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधायकों की बैठक बुलाई है. पर अधिक संभावना यही है कि विधायक दल सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर फैसले पार्टी आलाकमान पर सौंप देगा. राजस्थान में मुख्यमंत्री पद को लेकर वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट की दावेदारी है. बुधवार को होने वाली विधायक दल की बैठक में इन दोनों नामों पर विधायकों पर चर्चा की जाएगी. बैठक में हिस्सा लेने के लिए पर्यवेक्षक के तौर पर केसी वेणुगोपाल जयपुर पहुंच गए हैं. राजस्थान के प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि मुख्यमंत्री के नाम पर सभी विधायकों से चर्चा कर निर्णय किया जाएगा.
वसुंधरा राजे- वसुंधरा ने झालरापाटन विधानसभा सीट जीती. मानवेंद्र सिंह की हराया. मानवेंद्र पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता रहे जसवंत सिंह के बेटे हैं और कुछ माह पहले बीजेपी का दामन छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए थे.
सचिन पायलट- टोंक से सचिन पायलट ने राज्य के परिवहन मंत्री यूनुस खान को हरा दिया.
भाजपा ने पायलट का मुकाबला करने के लिए वसुंधरा राजे सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाले परिवहन मंत्री यूनुस खान को मैदान में उतारा था.
अशोक गहलोत- जोधपुर जिले की सरदारपुरा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज कांग्रेस नेता अशोक गहलोत विजयी रहे. उन्होंने भाजपा के शंभुसिंह खेतासर को हराया.