रायपुर! छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों के वोटों की गिनती जारी है. शुरुआती रुझानों में कांग्रेस ने जबरदस्त बढ़त बनाई हुई है, जबकि भाजपा इस बार अपना किला बचाने में पूरी तरह से नाकामयाब रही है. ‘चाउर वाले बाबा’ के नाम से मशहूर प्रदेश के मुख्यमंत्री का भी जादू इस बार फेल हो गया और भाजपा पूरे प्रदेश में धराशायी हो गई.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने विधानसभा चुनाव में हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है. नतीजों के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए रमन सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनाव मेरी अगुवाई में लड़ा गया था, इसलिए हार की जिम्मेदारी भी मैं लेता हूं. उन्होंने कहा कि पिछले तीन चुनाव में जब हमारी जीत हुई थी, तो जीत का श्रेय भी मुझे ही मिला था इसलिए अब हारे हैं तो उसकी जिम्मेदारी भी मैं लेता हूं.
रमन सिंह ने कहा कि वह कांग्रेस को बधाई देते हैं, उन्होंने जो वादे निभाए हैं अब उन्हें निभाने का वक्त है. उन्होंने कहा कि जो बेस्ट हो सकता था, हमने वो काम किया. अब हम विपक्ष में बैठकर प्रखरता से अपना काम करेंगे. रमन सिंह ने कहा कि वह इस हार का चिंतन करेंगेऔर देखेंगे कि कहां चूक हो गई. विधानसभा चुनाव के नतीजों का क्या लोकसभा चुनाव पर भी असर होगा, इस सवाल पर रमन सिंह ने कहा कि राज्य का चुनाव राज्य सरकार की नीतियों पर होता है, इसमें केंद्र सरकार का कुछ लेना-देना नहीं है.
दिल्ली का फैसला 2019 में ही होगा. इन नतीजों का 2019 में कोई असर नहीं होगा. जब प्रधानमंत्री चुनने का अवसर आएगा तो उसका चुनाव होगा. तब जनता ये भी देखेगी कि नरेंद्र मोदी के सामने कौन खड़ा है. आपको बता दें कि राज्य की 90 विधानसभा सीटों के नतीजे अब लगभग साफ ही हो गए हैं. राज्य में अभी तक कांग्रेस 63 सीटों पर आगे चल रही है और बीजेपी 18 सीटों पर आगे चल रही है.