नई दिल्ली। ऐन दूसरे टेस्ट से पहले भारतीय टीम के दो खिलाड़ियों का चोट के चलते बाहर होने का असर आज आस्ट्रेलिया के साथ मैच के दौरान साफ नजर आया। क्योंकि भारतीय टीम को आज कहीं न कहीं जहां रामचन्द्रन अश्विन की कमी खली वहीं आस्ट्रेलियन टीम को बैटिंग के दौरान काफी हद तक अश्विन के खतरे से राहत मिलती दिखी। जिसके चलते आज फिलहाल पर्थ में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के पहले दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलियाई टीम 6 विकेट के नुकसान पर 277 रन बना पाई।
गौरतलब है कि आज पहले दिन का खेल खत्म होने तक क्रीज पर कप्तान टिम पेन (16) और पैट कमिंस (11) नाबाद हैं। दोनों के बीच सातवें विकेट के लिए 26 रन की साझेदारी हो चुकी है। ऑस्ट्रेलिया की ओर से तीन बल्लेबाजों ने अर्धशतक जमाया। दोनों सलामी बल्लेबाजों मार्कस हैरिस (70) आरोन फिंच (50) के बाद ट्रेविस हेड (58) ने फिफ्टी जड़ी। भारत की ओर से तेज गेंदबाज इशांत शर्मा और पार्ट टाइम स्पिनर हनुमा विहारी 2-2 विकेट लिए। जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव के खाते में 1-1 विकेट आए।
जबकि वहीं पहले सेशन (26 ओवर्स) में ऑस्ट्रेलिया जहां बिना किसी विकेट के 66 रन बनाती है तो दूसरा सेशन (27 ओवर) 3 विकेट पर 79 रन के साथ भारत अपने नाम करता है। तीसरा और अंतिम सेशन दोनों टीम के लिए मिलाजुला रहा। इस दौरान फेंके गए 37 ओवर्स में 132 रन बने तो भारत तीन विकेट निकालने में भी कामयाब रहा।
हालांकि अश्विन के न होने के चलते बिना किसी स्पेशलिस्ट स्पिनर के दूसरे टेस्ट में उतरी टीम इंडिया के लिए हनुमा विहारी ने गजब का खेल दिखाया। मध्यक्रम में मजबूत बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाने वाले हनुमा विहारी ने अपनी पार्ट टाइम फिरकी से ऑस्ट्रेलिया के लिए खूब परेशानी खड़ी की। लेकिन कहीं न कहीं टीम इंडिया को अश्विन की कमी तो खली ही।
ज्ञात हो कि यह मुकाबला पर्थ के वाका की जगह नवनिर्मित ऑप्टस स्टेडियम की तेज और उछाल वाली पिच पर हो रहा है। ऑप्टस स्टेडियम टेस्ट क्रिकेट का 117वां मैदान है। यह ऑस्ट्रेलिया का 10वां टेस्ट क्रिकेट स्टेडियम है, साथ ही पर्थ में वाका के बाद यह दूसरा स्टेडियम है। इस मैच के लिए भारत ने टीम में दो अहम बदलाव किए। बल्लेबाज रोहित शर्मा और टीम के मुख्य स्पिनर रविचंद्रन अश्विन चोटिल होने के कारण हनुमा विहारी और उमेश यादव को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया है। रोहित-अश्विन का न होना भारत के लिए यह दोहरा झटका है क्योंकि सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ अभी टखने की अपनी चोट से नहीं उबरे हैं।