नई दिल्ली। काफी लंबी कवायद के बाद जहां कांग्रेस आलाकमान ने राजस्थान का हल तो निकाल लिया है लेकिन वहीं मध्यप्रदेश में कमान कमलनाथ को सौंपे जाने के कांग्रेस आलाकमान के फैसले का अब तमाम सिख संगठनों द्वारा विरोध किया जा रहा है।
दरअसल मध्य प्रदेश में वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ को मुख्यमंत्री चुना गया है। लेकिन मुख्यमंत्री बनने से पहले ही उनका विरोध शुरू हो गया है। उनके मुख्यमंत्री बनने का अकाली दल और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी विरोध किया है।
गौरतलब है कि कमलनाथ को मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनाये जाने का लुधियाना में यूथ अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने भी शुक्रवार को कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने पर आपत्ति जताई। गुरदीप सिंह गौशा ने आरोप लगाया है कि कमलनाथ का नवंबर 84 के दंगों में हाथ है। और अगर उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया तो सिख समुदाय कांग्रेस के इस फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे।
जबकि विरोध कर रहे तमाम संगठनों का कहना है कि जब दंगों के लिए गठित की गई जांच कमेटी ने भी कमलनाथ की भूमिका को संदिग्ध बताया है। आपको बता दें कि कांग्रेस ने कमलनाथ को मुख्यमंत्री के लिए चुना है। वह 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।