नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में बढ़ती गोवंश की संख्या और उसके चलते होने वाली दिक्कतों और नुक्सान को लेकर सरकारें सजग होने लगी हैं। जिसके तहत अब मध्य प्रदेश में भी मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा गौमाता को लेकर बेहद ही अहम बात कही गई है। दरअसल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मुझे गौमाता प्रदेश की सड़क पर नहीं दिखनी चाहिए। उनके लिए प्रदेश के हर जिले में जल्द से जल्द गौशालाओं का निर्माण हो और उन्हें वहां रखा जाये।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार अपने गृह जिले छिन्दवाड़ा पहुंचे कमलनाथ ने संभागीय अफसरों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान कहा, ”प्रदेश के हर जिले में गौशाला का निर्माण जल्द होना चाहिए। ये कांग्रेस का वचन पत्र का मामला ही नहीं है। ये मेरी भावना भी है।उन्होंने आगे कहा, ”मुझे गौमाता सड़क पर नहीं दिखनी चाहिए।
ज्ञात हो कि कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव के लिए जारी अपने ‘वचन पत्र में कहा था कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने पर वह हर ग्राम पंचायत में गौशाला खोलेगी और इसके संचालन हेतु अनुदान देगी। प्रदेश में गौवध पर प्रतिबंध है, जिसके कारण राज्य में गौवंश की तादात काफी हो चुकी है।
मुख्यमंत्री की ये पहल कई दिक्कतों से निजात दिलाएगी क्योंकि लोगों द्वारा आवारा छोड़ दिये गये गौमाताओं के सड़कों पर रहने से विशेष रूप से शहरी इलाकों में ट्रैफिक बाधित होता है और कई बार ये दुर्घटनाओं का कारण भी बन जाते हैं, जिससे लोग हताहत हो जाते हैं। गौमाताओं के गौशालाओं में रहने से इससे भी निजात मिल जाएगी।