नई दिल्ली। देश के प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के महगठबंधन की कवायद को जब तब झटके पर झटके लगना लगातार जारी हैं। जहां वैसे ही देश के सबसे अहम सूबे उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी कांग्रेस को भाव नही दे रहे हैं। वहीं हाल ही में तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने के सी राव द्वारा भाजपा और कांग्रेस को किनारे कर तीसरे मोर्चे की कवायद शुरू कर दी। इन सबके बीच अब एक और सियासी दल ने कांग्रेस के महागठबंधन की कवायद को तगड़ा झटका दिया है। दरअसल आम आदमी पार्टी ने भी महागठबंधन में शामिल होने से साफ इंकार कर दिया है।
गौरतलब है कि यह चर्चा थी कि 2019 का लोकसभा चुनाव आम आदमी पार्टी और कांग्रेस मिलकर लड़ सकते हैं और महागठबंधन का हिस्सा बनेगी। लेकिन इन सभी अटकलों पर पूर्णविराम लगाते हुए आज आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने एक चैनल से बातचीत के दौरान खारिज कर दिया है। संजय सिंह ने कहा है कि दिल्ली, पंजाब, गोवा और हरियाणा उनकी पार्टी काफी मजबूत स्थिति में है और पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी। जिसके तहत आम आदमी पार्टी ने अपनी तैयारी शुरु कर दी है। वर्ष 2014 की तरह 2019 के लोकसभा चुनावों में पार्टी पूरे देश में चुनाव नहीं लड़ेगी। पार्टी का फोकस इस बार उत्तर भारत की 33 लोकसभा सीटों पर ही रहेगा।
इसके साथ ही आम आदमी पार्टी के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने बुधवार को बताया कि ‘आप’ दिल्ली (7), हरियाणा (10), पंजाब (13), गोवा (2) और चंडीगढ़(1) की सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली में संगठन विस्तार करने जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का आवास वार रूम में तब्दील हो जाएगा। इसके तहत मुख्यमंत्री आवास पर पंजाब, हरियाणा, गोवा, दिल्ली सहित अन्य राज्यों में चुनावी गतिविधियों को लेकर चर्चा की जाएगी। गुरुवार को पहले पंजाब के सभी पदाधिकारियों को बुलाया गया है। बैठक के दौरान चुनाव प्रचार, गठबंधन सहित अन्य विषयों पर चर्चा होगी।