लखनऊ। अखाड़ा परिषद से निष्काषित बेहद ही रसूखदार और चर्चित गोल्डेन बाबा को तमाम दबावों के बीच आखिरकार शनिवार देर रात प्रयागराज पुलिस ने हिरासत में लिया है। दरअसल गोल्डेन बाबा पर एक सिपाही को धमकी देने का आरोप है। इस मामले में प्रयागराज के दारागंज थाना में केस भी दर्ज की गई है।
गौरतलब है कि सिपाही को धमकी देने के मामले में शनिवार आधी रात के बाद पुलिस ने यमुना बैंक रोड पर मौजगिरी आश्रम के पास से गोल्डेन बाबा को हिरासत में ले लिया। सिपाही को धमकी देने के मामले में बाबा के साथ उनके तीन अनुयायियों को भी पकड़कर पुलिस रात दो बजे तक पूछताछ कर की। गोल्डेन बाबा को हिरासत में लिए जाने की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में साधु-संत थाने पर जमा हो गए थे।
बता दें कि, इससे पहले भी सुरक्षा में तैनात रहे सिपाही को धमकाने के आरोप में 6 जनवरी को कुंभ मेले में आए गोल्डेन बाबा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। सिपाही की तहरीर पर दारागंज थाने में मामला लिखा गया था।
सिपाही सतीश कुमार की तैनाती संभल में है और वह इन दिनों कुंभ मेला ड्यूटी पर आया हुआ है। 30 नवंबर से वह गोल्डेन बाबा उर्फ सुधीर मक्कड़ उर्फ बिट्टू की सुरक्षा में बतौर गनर तैनात था। उसका आरोप है कि पांच दिसंबर को बाबा उसे लेकर गाजियाबाद जाने लगे। उसने बिना अनुमति जिला छोड़कर जाने से इंकार किया तो उसे धमकाया गया।
ज्ञात हो कि गाजियाबाद जाने के बाद बाबा दूसरे राज्य में जाने लगे तो सिपाही ने साथ जाने से इंकार कर दिया। आरोप है कि इस पर बाबा ने चोरी का झूठा आरोप लगाकर फंसाने की धमकी दी। सिपाही का आरोप है कि गोल्डन बाबा आपराधिक किस्म के हैं और उसे डर है कि वह उनकी हत्या करा सकते हैं। उसकी तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था। दारागंज इंस्पेक्टर विनीत सिंह ने बताया कि सरकारी कार्य में बाधा डालने, धमकी देने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।