नई दिल्ली। एक तरफ जहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी को आगे बढ़ाने में जी जान से जुटे हें वहीं उनके कुछ नेता हैं जो आपसी गुटबाजी के चलते राहुल के किये धरे पर पानी फेरने में लगे हुए हैं। ऐसा ही एक मामला हिमाचल प्रदेश में उस वक्त सामने आया जब वहां पार्टी के दो कद्दावर नेता और उनके समर्थकों में जमकर मारपीट हुई जिसमें ई लोग लहुलुहान तक हो गए।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन शिमला में वीरभद्र और सुक्खू के समर्थकों में झड़प हो गई। दरअसल आज प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष कुलदीप राठौर की शिमला में ताजपोशी थी।
बताया जाता है कि चौड़ा मैदान शिमला में कुलदीप राठौर की ताजपोशी के बाद जब कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन पहुंचे तो वीरभद्र और सुक्खू के समर्थकों में हाथापाई हो गई। देखते ही देखते बात इतनी बढ़ गई कि वीरभद्र और सुक्खू के समर्थकों में डंडे-लाठियां और कुर्सियां चलीं।
हालांकि वहां मौजूद तमाम अन्य नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं ने मामले को सम्हालने की बहुत कोशिश की लेकिन दोनों के आक्रोशित समर्थकों ने एक दूसरे पर ताबड़तोड हमला कर दिया। कई कार्यकर्ताओं के लहूलुहान होने के समाचार मिल रहा है। पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंच गई है।
वहीं इस बाबत राजीव भवन में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल और अन्य पदाधिकारियों के सामने वीरभद्र-सुक्खू गुट में हुई मारपीट पर नवनियुक्त अध्यक्ष राठौर ने कहा कि वे भी एनएसयूआई के कार्यकर्ता रहे हैं और जोश में अक्सर ऐसी छोटी-छोटी बातें होती रहती हैं।
इसके साथ ही कुलदीप राठौर ने कहा कि वे कार्यकर्ताओं को समझाएंगे और उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगीइसके साथ ही बीजेपी द्वारा इस घटना का मुद्दा बनाने की संभावना पर राठौर बोले कि वे अगर इसका मुद्दा बनाएंगे तो उन्हें ज्वालाजी की घटना को याद करना चाहिए जहां पार्टी के बड़े नेता के मुंह पर थूका गया था।