नई दिल्ली। देश के दो राज्यों की पुलिस के लिए बेहद ही अहम दो मासूम बच्चों के अगवा किये जाने के मामले में आखिरकार पुलिस गई हार और अपहरणकर्ताओं ने दोनों ही बच्चों को बड़ी ही बेरहमी से दिया मार। वहीं दोनों बच्चों के मारे जाने की खबर फैलते ही आक्रोशित लोगों की भीड़ ने बवाल शुरू कर दिया। जिसे देखते भारी मात्रा में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
गौरतलब है कि 12 फरवरी को चित्रकूट जिले के सीमावर्ती क्षेत्र से अपहृत तेल उद्यमी के जुड़वा पुत्रों की बरामदगी में यूपी और एमपी की पुलिस बच्चों फेल रही। इसके बाद मामले की जांच STF को सौंपी गई थी। लेकिन उसके भी हाथ खाली रहे। वहीं आज दोनों बच्चों के शव बांदा की यमुना नदी से बरामद किए गए हैं। हत्या करने के बाद अपराधियों ने शव को अवगासी घाट पर फेंक दिए थे।
बताया जाता है कि 25 लाख रुपए फिरौती देने पर भी बच्चों की जान नहीं बची। पुलिस इस मामले में कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में तनाव फैल गया। कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद है। बांदा जिले में दोनों बच्चों के शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। पुलिस ने माइक से लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
इस घटना से पूरे जिले में तनाव का माहौल है। लोगों ने जगह-जगह तोड़फोड़ शुरू कर दी जिससे पुलिस ने लाठी चार्ज किया। यहां तक की आक्रोशित लोगों पर काबू पाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े। आक्रोशित लोगों ने जिले में तोड़फोड़ शुरू कर दी। जिससे पुलिस लाठी चार्ज करने पर मजबूर हो गयी। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े। जिले में जगह-जगह पुतले फूंके जा रहे हैं।
वहीं ताजा मिली जानकारी के अनुसार इस घटना का मास्टरमाइंड ट्रस्ट के पुरोहित का बेटा पदम कांत शुक्ला निकला। पुलिस ने पदम कांत शुक्ला व उनके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनमें राजू द्विवेदी, पदम शुक्ला, लकी सिंह, रोहित द्विवेदी, रामकेश यादव, पिंटू उर्फ पिंटा को हिरासत में लिया है।
इस मामले में आईजी चंचल शेखर प्रेसवार्ता के दौरान वारदात को अंजाम देने वालों का खुलासा किया। पकड़े गए आरोपियों में सभी की उम्र 22 से 25 वर्ष के करीब है। शुरुआती जांच-पड़ताल में पुलिस ने बताया कि घटना को अंजाम फिरौती के उद्देश्य से दिया गया था। आखिर में पहचान उजागर न हो जाए इस डर से आरोपियों ने अपहरण किए गए बच्चों की हत्या कर दी।
साथ ही बताया कि 20 लाख फिरौती में से 17 लाख 67 हजार बरामद किए जा चुके हैं। आरोपियों के पास से पिस्टल बरामद हुई है। आरोपियों ने पूछताछ के दौरान जुर्म कबूलते हुए बताया कि उन्होंने दोनों बच्चों की पानी मे डुबो कर हत्या की थी। उनके शव न मिलें इसके लिए जंजीरों से पत्थर बांधकर शवों को पानी फेंक दिया था।
वहीं जबकि मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एमपी के चित्रकूट से अपहृत जुड़वा बच्चों को यूपी में मृत पाए जानें पर ट्वीट कर कहा कि मैं दोनों बच्चों को श्रद्धांजलि देता हूं। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। हमें उम्मीद थी कि सरकार और प्रशासन इसे गंभीरता से लेगी और बच्चों को बचाएगी। इस घटना ने मुझे अंदर तक हिला कर रख दिया है।