नई दिल्ली। बेहद ही दिलचस्प बात है कि विगत 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद 2017 में हुए उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव में देश के सबसे अहम सूबे में खासी कद्दावर पार्टी समाजवादी पार्टी पारिवारिक कलह के चलते काफी हद तक नुक्सान में रही। वहीं अब जबसे 2019 के लोकसभा चुनाव करीब आना शुरू हुए तो फिर इस बार एक और कद्दावर परिवार यानि लालू का परिवार तकरीबन उसी कगार पर पहुंचता नजर आया। जिसकी बानगी है कि ऐन चुनाव के पहले लालू के पुत्र तेज प्रताप ने खुलकर बागी तेवर अख्तियार कर लिये हैं। जो मुलायम परिवार वाली कहानी दोहराता नजर आ रहा है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2019 के
लिए मतदान
में कुछ
दिन ही
बाकी रह
गए हैं।
ऐसे में
लालू यादव
की पार्टी
राष्ट्रीय जनता दल में घमासान
चरम पर
पहुंच रहा
है। लालू
यादव के
बड़े बेटे
और तेजस्वी
यादव के
भाई तेजप्रताप
यादव ने
बगावत की
शुरुआत कर
दी है।
उन्होंने राजद
की छात्र
विंग से
इस्तीफा दे
दिया है।
दरअसल तेजप्रताप ने ट्वीट किया- छात्र
राष्ट्रीय जनता दल के संरक्षक
के पद
से मैं
इस्तीफा दे
रहा हूं।
नादान हैं
वो लोग
जो मुझे
नादान समझते
हैं। कौन
कितना पानी
में है
सबकी है
खबर मुझे।
वहीं इस बाबत जानकारों का कहना है कि बिहार
महागठबंधन में सीट बंटवारे को
तेजप्रताप यादव खुश नजर नहीं
आ रहे
हैं। वह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर
शिवहर और
जहानाबाद सीट
से अपना
उम्मीदवार उतार सकते हैं। वह
तेजस्वी यादव से भी इस
संबंध में
बात कर
रहे हैं। ऐसे वक्त
पर जब
राजद में
लोकसभा सीट
बंटवारे को
लेकर घमासान
मचा हुआ
है, लालू
परिवार में
अंदरुनी लड़ाई
पार्टी को
खासा नुकसान
पहुंचा सकती
है।
ज्ञात हो कि महागठबंधन
में सीट
बंटवारे को
लेकर पहले
ही बिहार
में संग्राम
मचा हुआ
है। ऐसे
में तेजप्रताप
का ये
कदम पार्टी
पर भारी
पड़ सकता
है। उन्होंने मीडिया से बात
करते हुए
कहा कि
तेजस्वी मेरी
बात मानेंगे
और दोनों
सीटों से
उम्मीदवार उतारने देंगे। वहीं तेजप्रताप
ने दोनों
सीटों पर
अपने उम्मीदवार
भी तय
कर लिए
हैं। उन्होंने
शिवहर के
लिए अंगेश
सिंह जबकि
जहानाबाद के
लिए चंद्रप्रकाश
का नाम
आगे बढ़ाया
है।