नयी दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव में बंपर जीत के बाद आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. केजरीवाल के साथ-साथ पार्टी के छह नेता ने भी शपथ लिया जो कि उनके मंत्रिमंडल का हिस्सा बने हैं. रामलीला मैदान के लिए खचाखच भरा हुआ है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैंने शपथ ग्रहण समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण भेजा था. वह नहीं आ सके, शायद वह किसी अन्य कार्यक्रम में व्यस्त हैं. मैं दिल्ली को विकसित करने और इसे आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री और केंद्रीय सरकार से आशीर्वाद लेना चाहता हूं.
केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी एकता का अभाव दिखा.राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो चुकी है कि क्या केजरीवाल एकला चलो की रणनीति को अपना रहे हैं? केजरीवाल भले ही अपने मंच पर बीजेपी विरोधी पार्टियों को जगह देने से परहेज करते रहे हैं, लेकिन वह खुद विपक्षी दलों के साथ मंच साझा करते रहे हैं. 2015 में बिहार में लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी और नीतीश की पार्टी मिलकर सत्ता में आई थी तो केजरीवाल वहां पहुंचे थे. इसके अलावा केजरीवाल कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में संजय सिंह कोप्रतिनिधि के रूप में भी भेज चुके हैं.
केजरीवाल ने कहा कि मां के लिए बच्चे का प्यार फ्री होता है. ऐसे मुख्यमंत्री पर लानत है जो स्कूल की फीस बच्चों से ले, मुफ्त इलाज न दे सके. उन्होंने कहा कि दिल्ली मॉडल अब पूरे देश में दिख रहा है. एक दिन भारत का डंका पूरे विश्व में बजेगा. आखिरी में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने हम होंगे कामयाब’ गीत गाया और वंदे मातरम और भारत माता की जय के साथ अपने संबोधन को समाप्त किया.
केजरीवाल ने कहा कि ये मेरी नहीं, दिल्लीवालों की जीत है. वोट देने वाले, नहीं देने वाले दोनों का मुख्यमंत्री हूं. मैं दिल्लीवालों के जिंदगी में खुशहाली लाने की कोशिश करूंगा. उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान जो भी राजनीतिक उठा-पटक हुई उसे भूल जाओ. हम केंद्र के साथ मिलकर काम करेंगे. आप किसी भी पार्टी या धर्म के हों, काम हो तो मेरे पास आ जाना. देश में दिल्ली से नई राजनीति की शुरुआत हुई है. दिल्ली के विकास के लिए प्रधानमंत्री का आशीर्वाद चाहता हूं. मैं सबके साथ मिलकर काम करना चाहता हूं.
शपथ ग्रहण के बाद अऱविंद केजरीवाल ने भारत माता की जय, वंदे मातरम के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की. कहा- ये मेरी जीत नहीं है ये आप लोगों की जीत है… दिल्ली के आप सारे लोग अब मेरा परिवार हो. इतना कहते ही एक बार फिर से पूरा मैदान तालियों की गड़गड़ाट से गूंज उठा.
अरविंद केजरीवाल के साथ मनीष सिसोदिया, सतेंद्र जैन, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और राजेंद्र पाल गौतम ने मंत्री पद की शपथ ली.
शपथ ग्रहण समारोह में आप सांसद भगवंत मान, भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता के साथ कई अन्य नेता भी मौजूद रहे.
उप राज्यपाल अनिल बैजल ने अरविंद केंजरीवाल को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी. पूरा मैदान तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. केजरवाल के बाद सिसोदिया सहित छह अन्य मंत्रीयों ने शपथ ग्रहण किया.
अरविंद केजरीवाल मंच पर पहुंचे. राष्ट्रगान के बाद कार्यक्रम शुरू होगा. बस थोड़ी ही देर में व दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
अरविंद केजरीवाल रामलीला मैदान पहुंच गये हैं. उनके साथ ही पूरे मैदान से दिल्ली का बेटा..दिल्ली का बेटा का नारा गूंजने लगा. मंच से देशभक्ति गाने बज रहे हैं. मंच पर उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ मनीष सिसोदिया भी मौजूद हैं.
अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इस शपथ ग्रहण समारोह में 50 ऐसे नायक आ रहे हैं, जिन्होंने अपने दमखम से दिल्ली की तस्वीर बदलने का बीड़ा उठाया है. ये साधारण लोग हैं, लेकिन इन्होंने अपनी असाधारण इच्छाशक्ति से दिल्ली में बदलाव की नींव रखी है.
अरविंद केजरीवाल रामलीला मैदान के लिए निकल गए हैं. दोपहर 12.15 बजे वो मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करेंगे. वहीं, उपराज्यपाल अनिल बैजल भी शपथ ग्रहण समारोह के लिए निकल चुके हैं.
केजरीवाल उन सभी छह मंत्रियों को कैबिनेट में रखेंगे जिन्होंने पिछले कार्यकाल में सरकार के साथ काम किया. इसमें मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, इमरान हुसैन, गोपाल राय, राजेंद्र गौतम और कैलाश गहलोत का नाम शामिल है. शपथ ग्रहण समारोह दिल्ली के रामलीला मैदान में होगा.
केजरीवाल के शपथ समारोह का रामलीला मैदान में होने का एक अलग महत्व समझा जाता है क्योंकि अन्ना हजारे के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा आंदोलन उन्होंने इसी मैदान में किया था. इससे पहले दो बार उन्होंने रामलीला मैदान में ही शपथ ग्रहण की थी.