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करोना वायरस का रिटर्न की तारीख पर कोई असर नहीं , सीए और व्यापारी परेशान

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नई दिल्ली. कोरोना वायरस के कारण वैश्विक अर्थव्यस्था बुरी तरह से प्रभावित है. वहीं इसके चलते टैक्स कंसल्टेंट्स और चार्टर्ड अकाऊंटेंट्स को केन्द्र सरकार की तरफ से कोई राहत नहीं दी गई. दरअसल भारत सरकार द्वारा किसी भी रिटर्न्स की कोई भी डेट एक्सटेंड नहीं की गई. जिसके चलते सीए और व्यापारियों में केन्द्र सरकार के प्रति भारी रोष पाया जा रहा है. उन्होंने सरकार से अपील की है कि कोरोना वायरस के चलते केन्द्र सरकार रिटर्न्स की तारीख एक्सटेंड करे.

वहीं, इसे मामले को लेकर सोशल मीडिया पर सीए विवेक खुराना ने एक फनी पोस्ट किया है. इस पोस्ट में उन्होेंने टैक्स कंसल्टेंट्स और चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को रोग व मृत्यु से परे बताया है जो खूब वायरल हो रहा है. बता दें कि इससे भारत समेत दुनिया के शीर्ष 15 देशों को अरबों की चपत लगी है. कपड़े की दुकानों व मॉलों से ग्राहक नदारत हो गए हैं.

कोरोना वायरस के चलते केंद्र सरकार ने लगभग पूरे भारत में बंद जैसा माहौल कर दिया है. देश के सभी राज्य में शोपिंग मॉल, स्वीमिंग पूल, सिनेमा घर आदि सब बंद कर दिये गए हैं. यहां तक कि कई राज्यों में धारा 144 भी लगा दी गई है. वैश्विक अर्थव्यस्था पर भी कोरोना का बूरा असर दुनियाभर में तेजी के साथ फैल रहे घातक कोरोना वायरस ने वैश्विक अर्थव्यस्था को बुरी तरह से प्रभावित किया है. इससे भारत समेत दुनिया के शीर्ष 15 देशों को अरबों की चपत लगी है.

संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, कोरोनो वायरस के कारण भारत के व्यापार पर लगभग 348 मिलियन डॉलर का असर पड़ सकता है. रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना के चलते दुनियाभर में सबसे अधिक नुकसान चीन को उठाना होगा. चीन की वैश्विक निर्यात पर 50 बिलियन डॉलर की कमी आ सकती है. कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित सेक्टरों में मशीनरी, मोटर वाहन और संचार उपकरण शामिल हैं.

दुनिया की जिन अर्थव्यवस्थाओं को सबसे ज्यादा प्रभवित किया है उनमें यूरोपीय संघ (15.6 बिलियन डॉलर), संयुक्त राज्य अमेरिका (5.8 अरब डॉलर), जापान (5.2 बिलियन डॉलर), दक्षिण कोरिया (3.8 बिलियन डॉलर), चीन का ताइवान प्रांत (2.6 अरब डॉलर) और वियतनाम (2.3 अरब डॉलर) हैं. ओईसीडी ने भी कोरोना के चलते वैश्विक जीडीपी में 50 बेसिस प्वाइंट (2019 में 2.9 प्रतिशत से 2.4 प्रतिशत) का अनुमान लगाया है.

एशियन डेवलपमेंट बैंक ने कहा है कि कोरोना का विकासशील एशियाई अर्थव्यवस्था पर व्यापक असर होगा. सीआईआई के अनुसार, चीन भारत के शीर्ष 20 सामानों का 43% आयात करता है. इसमें मोबाइल हैंडसेट 7.2 अरब डॉलर, कम्प्यूटर और पार्ट्स 3 अरब डॉलर और उर्वरक का आयात 1.5 अरब डॉलर का होता है. कोरोना के चलते चीन की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होने से भारत पर इसका व्यापक असर देखने को मिलेगा.

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